2016-06-04 16:49:00

कलीसिया की सेवा प्रेम से करें, संत पापा


वाटिकन सिटी, शनिवार, 4 जून 2016 (वीआर सेदोक): वाटिकन स्थित क्लेमेंटीन सभागार में संत पापा फ्राँसिस ने शनिवार 4 जून को, लोकधर्मियों की प्रेरिताई हेतु बनी परमधर्मपीठीय धर्मसंघ के साथ मिलकर कार्य करने वाले संगठन तथा परमधर्मपीठीय मिशन सोसाइटी के राष्ट्रीय निर्देशकों से मुलाकात कर सुसमाचार प्रचार के कार्य में योगदान हेतु उन्हें धन्यवाद दिया।

परमधर्मपीठीय मिशनरी यूनियन की स्थापना की शतवर्षीय जयन्ती के उपलक्ष्य में इस सभा का आयोजन किया गया है। इसकी स्थापना धन्य पौलो मन्ना ने की थी।

संत पापा ने कहा, ″धन्य पौलो मन्ना ने कलीसिया के रहस्य की शिक्षा एवं प्रशिक्षण को अच्छी तरह समझा था तथा यह जान लिया था कि इसमें निहित मिशनरी बुलाहट ही ईश्वर की समस्त पवित्र प्रजा के लिए महत्वपूर्ण विषय होना चाहिए।

संत पापा ने कहा कि मिशनरी यूनियन की पृष्ठभूमि भिन्न-भिन्न हो सकती हैं किन्तु उनका कर्तव्य है प्रेरिताई हेतु सुसमाचार की ज्योति फैलाना, उसे प्रज्वलित करना, पुरोहितों का प्रबंध तथा विश्वासियों की मदद करना आदि।

संत पापा ने परमधर्मपीठीय मिशन सोसाईटी के राष्ट्रीय निर्देशकों से कहा कि प्रेरिताई द्वारा कलीसिया का निर्माण होता है तथा इसके द्वारा ईश्वर के मुक्तिदायी प्रेम के प्रति विश्वस्त रहा जा सकता है। उन्होंने कहा कि आर्थिक संग्रह और अनुदान राशि की चिंता करना यद्यपि कलीसिया की भलाई और ग़रीबों की मदद हेतु महत्वपूर्ण है किन्तु उन्होंने आग्रह किया कि वे मात्र उसी में सीमित होकर न रह जाए।

उन्होंने मिशनरियों का सभी लोगों के लिए मिशन हेतु सतत् प्रशिक्षण के उदार कार्यों के प्रति समर्पण की सराहना की तथा प्रोत्साहन दिया कि वे कलीसिया की सेवा बड़े प्रेम से करें।








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