2016-05-26 16:07:00

भारत में धार्मिक स्वतंत्रता पर शीर्ष अमेरिकी सीनेटरों की चिंता


वॉशिंगटन डीसी, बृहस्पतिवार, 26 मई 2016 (ऊकान): शीर्ष अमेरिकी सीनेटरों ने भारत में धार्मिक स्वतंत्रता, समाज में बढ़ती हिंसा तथा मानव अधिकारों के हनन पर अपनी गहरी चिंता व्यक्त करते हुए कहा है कि ओबामा के साथ मुलाकात में, भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इन्हीं मुद्दों पर विचार करें।

भारत में, सीनेट की विदेश संबंध समिति द्वारा बुलाई गयी एक सभा की सुनवाई के दौरान कोलोराडो सीनेटर कोरी गार्डनर ने कहा, ″भारत में धार्मिक स्वतंत्रता की स्थिति ने चिंता को बढ़ा दिया है।″

वर्जीनिया सीनेटर टिम काईने ने धार्मिक असहिष्णुता के विरोध में अभिनेताओं द्वारा पुरस्कार लौटाये जाने के मामले को लेकर आशा व्यक्त करते हुए कहा कि यह मुद्दा अगले माह प्रधान मंत्री मोदी की वॉशिंगटन डीसी यात्रा के दौरान उठाया जाएगा।     

मेरीलैंड के सिनेटर बेन कारडिन ने धर्मांतरण विरोधी कानून के कारण भारत के कई राज्यों पर धार्मिक स्वतंत्रता में कठिनाई पर चिंता जतायी।

गार्डनर ने कहा, ″हम भारत में आम नागरिकों पर आक्रमण के प्रति चिंतित हैं। उन्होंने कहा कि महिलाओं एवं बालिकाओं के साथ भेदभाव का भी सही रिकॉर्ड नहीं है।

एक अन्य सिनेटर बिसवाल ने कहा कि भारत जैसे विशाल देश के लिए एकरूपता लाने का प्रयास एवं सभी के अधिकारों पर ध्यान दे पाना, यह बहुत बड़ी चुनौती है।

‘द इंडियन एक्सप्रेस’ के अनुसार भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 7 और 8 जून को वॉशिगटन डी सी की दो दिवसीय यात्रा करेंगे जहाँ वे अमेरिकी कांग्रेस की संयुक्त बैठक को सम्बोधित करेंगे एवं बचाव, सुरक्षा तथा ऊर्जा के संबंध में बाराक ओबामा से बातचीत करेंगे।








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