2016-05-25 17:05:00

मानसिकता के बदलाव की जरूरत, कार्डिनल पिएत्रो परोलिन


वाटिकन सिटी, बुधवार, 25 मई 2016 (वेटिकन रेडियो) : वाटिकन राज्य सचिव कार्डिनल पिएत्रो पारोलिन ने इस्तांबुल में 23-24 मई को हुए लोकोपकारी शिखर सम्मेलन में वाटिकन का प्रतिनिधित्व किया। मंगलवार 24 मई को वाटिकन रेडियो के संवाददाता लिंडा बेरदोनी के साथ साक्षात्कार में उन्होंने कहा कि संघर्ष और आपदाओं के कारण मानवीय आपात स्थिति और विस्थापन हेतु मज़बूर लोगों की दुर्दशा का प्रत्युत्तर देने के लिए विश्व की मानसिकता में परिवर्तन की आवश्यकता है।

संवाददाता द्वारा पूछे जाने पर कि क्या वे शिखर सम्मेलन के अब तक के परिणाम से खुश हैं, उन्होंने कहा सम्मेलन में भाग लेकर वे खुश हैं। शिखर सम्मेलन प्रतिभागियों के समक्ष मुख्य चुनौती सम्मेलन में निर्णय लिये गये मुद्दों को कार्यन्वित करने हेतु ठोस कदम उठाना और यह अन्तरराष्ट्रीय नेताओं की इच्छा पर निर्भर करता है। कार्डिनल पिएत्रो पारोलिन ने आशा व्यक्त करते हुए कहा कि लोगों की मानसिकता में परिवर्तन इस शिखर सम्मेलन का परिणाम होगा। उन्होंने कहा कि हम तब तक अपनी मानसिकता को बदलने में असमर्थ होंगे जब तक कि कष्ट सह रहे लोगों से नहीं सीखेंगे, जैसा कि संत पापा फ्राँसिस ने अपने संदेश में शिखर सम्मेलन के प्रतिभागियों से कहा था।

मानवीय आपात स्थिति में लोकोपकारी संगठनों की महत्वपूर्ण भूमिका पर कार्डिनल ने कहा कि विश्व के किसी भी क्षेत्र में आपदा आने पर लोकोपकारी संगठन सबसे पहले पहुँच जाते हैं और अंत तक कार्य करते हैं। उन्होंने अन्तरराष्ट्रीय कारितास का उदाहरण देते हुए कहा कि यह संगठन कष्ट सह रहे लोगों के प्रति दया और उदारता दिखाती है जो काथलिक कलीसिया की मुख्य विशेषता है। 








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