2016-05-24 16:11:00

मध्य प्रदेश में तीन एवंजेलिकल ख्रीस्तीयों को "बलात धर्मातरण" के लिए गिरफ्तार


सतना, मंगलवार, 24 मई 2016 (एशिया समाचार) : मध्य प्रदेश के सतना में  पुलिस ने रविवार 21 मई को बलात् धर्मांतरण और हिंदू धार्मिक भावना के अपमान के अपराध में तीन एवंजेलिकल ख्रीस्तीयों को गिरफ्तार कर लिया।

अबेर में रविवारीय प्रार्थना की अगुवाई कराने के बाद लौटते वक्त वी ए अंतोनी, उनकी पत्नी प्रभा और एक अन्य महिला को पुलिस ने हिरासत में ले लिया। जमानत के लिए उनकी मांग को ठुकरा दिया गया और उन्हें जेल भेज दिया गया।

ग्लोबल कौन्सिल ऑफ इंडियन क्रिश्चियन के अध्यक्ष साजन जॉर्ज ने एशियान्यूज़ से कहा, "तीनों ख्रीस्तीय निर्दोष हैं उन्हें बलात् धर्मातरण के झूठे आरोपों के आधार पर हिरासत में लिया गया है।"

दो हफ्ते पहले गोराईया गाँव के हेमराज वर्मा और प्रशांत गुप्ता तथा रामभान  गांव के निवासियों ने शिकायत दर्ज कराई थी जिसमें उन्होंने दावा किया था कि ईसाइयों ने उन्हें एक सुरक्षित नौकरी देने का वादा करके धर्म परिवर्तन करने को कहा। इस शिकायत के तहत इन तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है।

सतना के पुलिस अधीक्षक मिथिलेश शुक्ला ने कहा है कि इन तीनों ख्रीस्तीयों पर तीन लेख, अर्थात् भारतीय दंड संहिता की धारा 295 ए (जानबूझकर और दुर्भावनापूर्ण कृत्य, धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुँचाने का इरादा) और मध्य प्रदेश राज्य के धर्मांतरण विरोधी कानून अधिनियम की धारा 3 और 4 के तहत आरोप लगाए गए हैं।

कुछ ग्रामीणों ने सूचित किया है कि गिरफ्तारी के समय पुलिस के साथ हिंदू कट्टरवादी भी थे।

विदित हो कि 27 अप्रैल को बजरंग दल, विश्व हिन्दू परिषद की युवा शाखा तथा कोलगाओन पुलिस अधिकारियों ने मिलकर पास्टर तथा नव विवाहितों के माता-पिता समेत 10 लोगों को गिरफ्तार कर लिया।

ग्लोबल कौन्सिल ऑफ इंडियन क्रिश्चियन के अध्यक्ष साजन जॉर्ज ने कहा, "एक महीने में यह दूसरी घटना है। मध्य प्रदेश में पेंटेकोस्टल और एवंजेलिकल ख्रीस्तीय भय के माहौल में जी रहे हैं। यहाँ, धर्मांतरण विरोधी कानून को परेशान करने के लिए प्रयोग किया जा रहा है। मध्यप्रदेश भारतीय जनता पार्टी’ शासित राज्य ने धर्म की स्वतंत्रता को खतरे में डाल दिया है।"








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