2016-05-23 16:44:00

पवित्र तृत्वमय ईश्वर महापर्व के दिन मोजाम्बिक में शांति हेतु प्रार्थना


वाटिकन सिटी, सोमवार, 23 मई 2016 (सेदोक): गृह युद्ध के भय से आतंकित मोजाम्बिक की कलीसिया ने पवित्र तृत्वमय ईश्वर महापर्व के अवसर पर शांति हेतु प्रार्थना की।

मोजाम्बिक की धर्माध्यक्षीय सम्मेलन ने रविवार  22 मई को तृत्वमय ईश्वर के महोत्सव को पूरे देश में एक विशेष शांति हेतु प्रार्थना का दिन घोषित किया था। धर्माध्यक्षों ने यह निर्णय लिया कि विश्वासियों के द्वारा दिये गये दान को मोजाम्बिक कारितास के मानवीय सेवा कार्यों हेतु अर्पित किया जाये।

मोजाम्बिक के धर्माध्यक्षों ने फेरालीमो सरकारी सत्ता दल और रेनामो विपक्षी दल से निवेदन किया है कि वे मोजाम्बिया की लम्बी राजनीतिक और सैन्य उत्थल पुथल को विराम दे। उन्होंने दोनों परस्पर विरोधी दलों से आग्रह किया है कि वे वार्ता हेतु पहल करते हुए समाज के लोगों को देश में सामाजिक शांति बहाल करने हेतु सम्मिलित करे।

धर्माध्यक्षों ने दोनों पक्ष से आग्रह किया कि वे सन् 1992 के रोम निर्गत शांति समझौता का पालन करें। इस समझौता के तहत मोजाम्बिक की स्वतंत्रता के बाद 1977 से 1992 तक चले रहे गृह युद्ध को विराम दिया गया था। उन्होंने कहा कि देश में वर्तमान घटनाओं से विकट तनाव की स्थिति उत्पन्न हो गई है जिसके कारण मोजाम्बिक लकवाग्रस्त की स्थिति में है।

धर्माध्यक्षयों ने जोर देते हुए कहा, “विगत सालों की युद्ध में करीबन 01 लाख लोगों की जाने गई हैं। दुबारा ऐसा कभी न हो।”अपने विनय पूर्ण निवेदन में उन्होंने कहा कि ईश्वर के नाम पर आइये हम शांति हेतु कार्य करें। उन्होंने देश और इसके नागरिकों को माता मरियम, शांति की रानी के अंचल तले सुरक्षा हेतु सुपुर्द किया।

कलीसिया की आवश्यकता के तहत, पुर्तगाल की काथलिक समुदाय ने सहयोगिता की भावना से  मोजाम्बिक के लोगों में शांति हेतु तृत्वमय ईश्वर को समर्पित रविवार को लेसबोन में अपनी प्रार्थना अर्पित की। संत थोमस अक्वीनस की कलीसिया ने विशेष रुप से मोजाम्बिक की कलीसिया हेतु उपवास और मिस्सा बलिदान चढ़ाया।

प्रवासियों हेतु राष्ट्रमण्डल देशों की समिति के एक विवरण अनुसार करीब 11 हजार 500 मोजाम्बिक युद्ध की नयी संभावानओं को देखते हुए निकटवर्ती मालावी प्रवासी शिविरों में शरण लिये हुए हैं। 








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