नई दिल्ली, बुधवार, 18 मई 2016 (एशिया समाचार): भारत सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि भारतीय सलेसियन फादर थॉमस ऊझुन्नालिल, जिनका 4 मार्च को यमन में एक उग्रवादी कमांडो द्वारा अपहरण कर लिया था, वे जीवित और सुरक्षित हैं और उनकी रिहाई सुनिश्चित करने के लिए "अंतिम प्रयास" जारी है।
भारतीय काथोलिक स्रोतों के अनुसार भारत की विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने फादर टोम के जीवित और सुरक्षित होने तथा उनके सुरक्षित रिहाई का कार्यवाही अंतिम चरण में होने की जानकारी दी हैं। उन्होंने कहा कि फादर टोम इस्लामी कट्टरपंथियों के हाथों में नहीं हैं लेकिन यमन में "सरकार विरोधी ताकतों" के इलाके में मौजूद हैं। शिया हाउथी विद्रोहियों पर संदेह किया जा रहा है जो वर्षों से सरकार की सेना से जूझ रहे हैं हालांकि वहाँ एक समूह का हाथ होने का कोई स्पष्ट प्रमाण नहीं है। भारतीय काथलिक स्रोतों के अनुसार रिहाई वार्ता चल रही है और उनकी रिहाई निकटस्थ है।
दक्षिणी अरब के अपोस्तोलिक विकार धर्माध्यक्ष पॉल हिंडर ने एशिया समाचार से कहा कि वहाँ कोई नया मुद्दा नहीं है और फादर की तकदीर अभी भी अनिश्चित है। इसलिए उनकी रिहाई के लिए चल रहे वार्ता को विवेकपूर्ण तरीके से करना चाहिए।
विदित हो कि यमन के एडेन शहर में 4 मार्च को संदिग्ध इस्लामी आतंकवादियों ने मदर तेरेसा की धर्मबहनों द्वारा संचालित एक नर्सिग होम से 56 वर्षीय फादर थॉमस उज़्झुन्नालिल का अपहरण कर लिया था। सोशल मीडिया में उड़ी अफ़वाहों के अनुसार, फादर थॉमस को कड़ी यातनाएँ देकर गुड फ्राईडे के दिन मार डाला गया।
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