2016-05-12 16:56:00

ख्रीस्तीय एकता की खोज करें, संत पापा


वाटिकन सिटी, बृहस्पतिवार, 12 मई 2016 (वीआर सेदोक): ″येसु ने ख्रीस्तीय एकता के लिए प्रार्थना की किन्तु कलीसिया में कुछ ऐसे लोग भी हैं जो विभाजन लाते तथा बुरी भाषा शैली के प्रयोग द्वारा समुदाय को नष्ट कर देते हैं।″ यह बात संत पापा फ्राँसिस ने बृहस्पतिवार को प्रेरितिक आवास संत मर्था के प्रार्थनालय में ख्रीस्तयाग प्रवचन में कही।

उन्होंने कहा, ″एकता स्थापित करना एक अत्यन्त कठिन कार्य है।″ दुःखभोग के पूर्व येसु ने ख्रीस्तीयों की एकता हेतु प्रार्थना की थी ताकि वे एक हो जाए जैसा कि पिता और वे एक हैं।  

संत योहन रचित सुसमाचार पाठ पर चिंतन करते हुए संत पापा ने कहा कि ख्रीस्तीय समुदायों एवं परिवारों में एकता इस बात का प्रमाण है कि पिता ने येसु को इस संसार में भेजा था। उन्होंने ख्रीस्तीय समुदायों में विभाजन की याद कर खेद प्रकट किया तथा कहा कि हमें उसके लिए माफी मांगनी चाहिए। ″जहाँ ख्रीस्तीय एक-दूसरे से झगड़ा करते हैं वहाँ कोई साक्ष्य नहीं है। हमें विभाजन के लिए ईश्वर से क्षमा मांगना चाहिए, न केवल बीती बातों के लिए वरन् आज के लिए भी क्योंकि हमें आज भी विभाजन देखने को मिलता है।″

संत पापा ने विभाजन का मुख्य कारण बुरी भाषा शैली का प्रयोग बताया। उन्होंने कहा, ″यह शैतान की ईर्ष्या थी जिसने पाप को दुनिया में लाया। ख्रीस्तीय समुदायों में भी स्वार्थ, ईर्ष्या, द्वेष, विभाजन आदि दुर्भावनाएँ सामान्य रूप से व्याप्त हैं जो बुरी भाषा शैली को अपनाने हेतु प्रेरित करती हैं।″ उन्होंने कहा, ″भाषा परिवार, समुदाय और समाज तक को नष्ट कर सकती है तथा एक-दूसरे के प्रति घृणा एवं युद्ध उत्पन्न कर सकती है। सच्चाई का पता लगाने के बदले शिकायत पसंद करती और दूसरों के सम्मान को क्षति पहुँचाती है। बकवादी दूसरों पर कीचड़ उछालता तथा उनके सम्मान की हानि करता है इतना ही नहीं उनके जीवन को भी नष्ट कर देता है। येसु ने हम सभी के लिए तथा पूरे समुदाय के लिए प्रार्थना की ताकि हम एक बने रहें।

संत पापा ने कहा कि हम ईश्वर से प्रार्थना करें ताकि प्रभु हमें बुराई से लड़ने की कृपा प्रदान करे क्योंकि बुराई की शक्ति बहुत मजबूत है और पाप हमें विभाजन की ओर ले जाता है। उन्होंने पवित्र आत्मा से प्रार्थना की कि वह हमारे समुदायों में एकता, आपसी प्रेम तथा गर्व की भावना भर दे। हमारे समुदायों एवं परिवारों एवं शांति एवं एकता की भावना बढ़े।








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