2016-04-29 17:27:00

अमोरिस लेतित्सिया दया का स्रोत: प्राधिधर्माध्यक्ष साको


बगदाद, शुक्रवार 29 अप्रैल 2016 (एशिया समाचार): खलदेई प्राधिधर्माध्यक्ष मार लुईस राफाएल प्रथम साको ने 'हाल ही में प्रकाशित संत पापा फ्रांसिस के प्रेरितिक उदबोधन अमोरिस लेतित्सिया के बारे में एशिया समाचार से कहा कि उदबोधन में दो मुख्य तत्वों दया और प्रेम की चर्चा की गई है। दया मन-परिवर्तन के महत्व तथा सच्चाई को समझने में मदद करता है और प्रेम का बहुत ही सकारात्मक प्रभाव मुसलमानों पर पड़ा है जो परिवार, प्यार और शादी के बारे में कुछ अलग ही इंतजार कर रहे हैं।

इस समय इराक में युद्धों और धार्मिक संघर्षों को देखते हुए "परिवार बनाना बहुत मुश्किल है। यह एक चुनौती है," फिर भी, कठिनाइयों के बावजूद कुछ टूटे ईसाई परिवार हैं।

खलदेई प्राधिधर्माध्यक्ष विश्वव्यापी कलीसिया के भीतर पूर्वी देशों की प्राचीन परंपरा के अनुसार विवाहित पुरोहितों के विचार के प्रति खुले हैं क्योंकि इसमें कोई विरोधाभास नहीं हैं और समय के साथ सबों को उस दिशा में जाना चाहिए।

उन्होंने कहा, " वास्तव में सुसमाचार एक परंपरा नहीं है, यह आज के पुरुषों और महिलाओं के लिए जीवन्त वचन है। हमें वर्तमान की वास्तविकता का सामना करना होगा।"

उन्होंने कहा कि प्रेरितिक उदबोधन का न केवल इराक में बल्कि अन्य मुसलमानों पर भी सकारात्मक प्रभाव होगा। उन्होंने बहुल विवाह का उदाहरण देते हुए कहा कि आज के परिवेश में बहुल विवाह और प्यार संभव कैसे हो सकता है? शादी सिर्फ बच्चे को पैदा करना नहीं है। पहले पुरुषों को पिता बनने की तैयारी और दम्पतियों के बीच रिश्ते की शिक्षा मिलनी चाहिए। परंतु इस उदबोधन का प्रसार अरबी भाषा में करनी होगी।








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