2016-04-25 16:06:00

सीरिया में अपहृत लोगों की रिहाई हेतु संत पापा ने प्रार्थना का आग्रह किया


वाटिकन सिटी, सोमवार, 25 अप्रैल 2016 (वीआर सेदोक): युवाओं के लिए करुणा की जयन्ती के उपलक्ष्य में संत पापा फ्राँसिस ने रविवार 24 अप्रैल को संत पेत्रुस महागिरजाघर के प्राँगण में समारोही ख्रीस्तयाग के उपरान्त उपस्थित विश्वासियों के साथ स्वर्ग की रानी प्रार्थना का पाठ किया जिसके पूर्व उन्होंने युवाओं को सम्बोधित कर कहा,

जयन्ती समारोह के अंत में, प्रिये युवाओ मेरा ध्यान विशेषकर, आप लोगों की ओर जाता है। आप इटली तथा पूरे विश्व से इसलिए आये हैं ताकि विश्वास के पल एवं आपसी आमोद-प्रमोद का अनुभव कर सकें। आपके आनंदपूर्ण एवं प्रबल साक्ष्य के लिए धन्यवाद। आप साहस के साथ आगे बढ़ें।

संत पापा ने स्पेन में शनिवार को हुए धन्य घोषणा की जानकारी देते हुए कहा, ″कल बुरगोस में फा. वलेनटीन पालेंचा मारक्वीना तथा उनके चार अन्य साथियों को धन्य घोषित किया गया जो स्पानी सिविल युद्ध के समय विश्वास के कारण मृत्यु के शिकार हुए थे। हम इन साहसी गवाहों के लिए ईश्वर को धन्यवाद देते हैं तथा उनकी मध्यस्थता द्वारा प्रार्थना करते हैं कि विश्व से हिंसा का अंत हो।″

संत पापा ने सीरिया के अपहृत धर्माध्यक्षओं, पुरोहितों, धर्मसमाजियों एवं काथलिक तथा ऑर्थोडोक्स कलीसियाओं के विश्वासियों की रिहाई हेतु प्रार्थना की। उन्होंने कहा, ″करुणावान ईश्वर अपहरण कर्ताओं के हृदयों को स्पर्श करे जिससे कि हमारे इन भाइयों एवं बहनों को वे जल्द से जल्द मुक्त कर दें तथा उन्हें अपना समुदाय वापस लौटने की अनुमति दें। इसके लिए, मैं आप सभी से प्रार्थना का आग्रह करता हूँ।″

हमारी सभी आकांक्षाओं और आशाओं को करुणा की माता मरियम की मध्यस्था द्वारा ईश्वर को अर्पित करें।

इतना कहने के बाद उन्होंने युवाओं एवं उपस्थित विश्वासियों के साथ स्वर्ग की रानी प्रार्थना का पाठ किया तथा सभी को अपना प्रेरितिक आशीर्वाद दिया।

स्वर्ग की रानी प्रार्थना का पाठ करने के पश्चात् संत पापा ने युवाओं शुभकामनाएँ अर्पित की। उन्होंने कहा, ″प्रिये युवाओ, आपने करुणा की जयन्ती मनायी है। अब सिर ऊँचा कर, अपने हाथ और हृदय में ख्रीस्तीय पहचान के आनन्द के साथ घर वापस लौटें। प्रभु आपका साथ दे। अंत में संत पापा ने युवाओं से प्रार्थना का आग्रह करते हुए उनसे विदा ली।








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