2016-04-21 16:09:00

अपहृत धर्माध्यक्षों को नहीं भूल सकते, प्राधिधर्माध्यक्ष लाहाम


दमिश्क, बृहस्पतिवार, 21 अप्रैल 2016 (एशियान्यूज़): सीरिया के ख्रीस्तीय समुदाय ने अपने अपहृत धर्माध्यक्षों की याद की।

मेलकाईट प्राधिधर्माध्यक्ष जॉर्ज तृतीया लाहाम ने तीन साल पहले अपहृत धर्माध्यक्ष योहन्ना इब्राहिम तथा अलेप्पो के बौलोस याज़िजी का स्मरण कर एशियान्यूज़ से कहा, ″सीरिया की ख्रीस्तीय समुदाय अपने धर्माध्यक्षों को नहीं भूली है क्योंकि जब कभी हम प्रार्थना में एक साथ जमा होते हैं उनकी याद की जाती है। बेरट में 19 अप्रैल को आयोजित एक प्रार्थना सभा में उनकी याद की गयी।

उन्होंने कहा कि 22 अप्रैल 2013 को अपहरण के शिकार हुए धर्माध्यक्षों का कोई समाचार नहीं है उनका अपहरण सामान्य नहीं था क्योंकि उस घटना के बाद उनकी रिहाई के लिए कोई ठोस कदम अथवा समझौता नहीं किये गये।

धर्माध्यक्ष ने कहा कि यह घटना उस क्षेत्र के लिए अंतरधार्मिक वार्ता, आध्यात्मिक एवं बौद्धिक संपन्नता के प्रतीक पूर्वी कलीसियाओं के लिए एक करारा मुक्का है।

सीरियाई ऑर्थोडॉक्स कलीसिया के अलेप्पो के धर्माध्यक्ष योहन्ना इब्राहिम तथा ग्रीक ऑर्थोडॉक्स धर्मप्रांत के महाधर्माध्यक्ष बौलोस याज़ीजी को, अलेप्पो से 10 किलो मीटर दूर काफ्र दायेल से उस समय अपहरण कर लिया गया था जब दोनों फरवरी माह में अपहृत फा. माईकेल कायाल तथा फा. महेर महफूज की रिहाई हेतु समझौता करने गये थे।

ज्योंही दो धर्माध्यक्ष वहाँ पहुँचे हथियारों से लैश विद्रोहियों ने उनका रास्ता रोक लिया तथा उनके वाहन को घेर लिया। उन्होंने वाहन पर गोलीबारी शुरू कर दी तथा कार के चालक एवं डीकन को मार डाला, साथ ही दोनों धर्माध्यक्षों को अपने कब्जे में कर लिया।

19 अप्रैल को अलेप्पो में एक प्रार्थना सभा का आयोजन किया गया था जिसकी विषय वस्तु थी ″हम नहीं भूलते″। सभा में लेबनान एवं मध्यपूर्व के राजनीतिक एवं धार्मिक नेताओं ने भाग लिया। सिरीयाई लीग के अध्यक्ष  हबीब एफ्रेम ने कहा, ″अपहरण के बारे कोई चिंता नहीं कर रहा है।″

एसियान्यूज़ से बातें करते हुए अंतियोख के प्राधिधर्माध्यक्ष जॉर्ज तृतीया ने कहा कि तीन साल हो गये हैं किन्तु हम उनके भाग्य के बारे कुछ नहीं जानते, अब तक हमने उनके बारे जो जानकारी प्राप्त की है उसके कोई आधार नहीं हैं। सही जानकारी प्राप्त करना नामुमकिन है।








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