वाटिकन सिटी, सोमवार, 18 अप्रैल 2016 (सेदोक): सन्त पापा फ्राँसिस ने रविवार को रोम स्थित सन्त पेत्रुस महागिरजाघर में 11 पुरोहितों का अभिषेक कर बुलाहटों हेतु विश्व प्रार्थना दिवस मनाया।
ख्रीस्तयाग समारोह के अवसर प्रवचन करते हुए सन्त पापा ने नवअभिषिक्त पुरोहितों से आग्रह किया कि वे "अपने इतिहास को याद रखें, अपने माता-पिता एवं अभिभावकों द्वारा वरदान स्वरूप मिले ईश वचन को सदैव याद रखें जैसा कि सन्त पौल कहते हैं: "धर्मशिक्षकों के द्वारा तथा सम्पूर्ण कलीसिया के द्वारा।"
उन्होंने नये पुरोहितों का आह्वान किया के वे अपने अन्तर में "ख्रीस्त की मृत्यु को ढोयें तथा जीवन की नवीनता में ख्रीस्त के संग-संग चलें।" उन्होंने उन्हें स्मरण दिलाया कि क्रूस के बिना वे कभी भी येसु का साक्षात्कार नहीं कर पायेंगे और साथ ही येसु के बिना क्रूस का कोई अर्थ नहीं है, वह अर्थहीन है।"
नवअभिषिक्त पुरोहितों से सन्त पापा फ्राँसिस ने निवेदन किया कि वे सदैव अन्यों पर दया दिखायें, उन्होंने कहा, "उन्हीं प्रभु येसु ख्रीस्त के नाम पर, और कलीसिया के नाम पर आप सदैव करुणावान रहें, सबपर दया दिखायें। यह स्मरण रखें कि प्रभु ने आपको चुना है, उन्होंने आपमें से प्रत्येक को व्यक्तिगत रूप से चुना है।"
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