वाटिकन सिटी, सोमवार, 11 अप्रैल 2016 (वीआर सेदोक): काथलिक कलीसिया के परमधर्मगुरू संत पापा फ्राँसिस ने 11 अप्रैल को, माननीय पौलसामी थॉमस को भारत स्थित डिंडीगल धर्मप्राँत के लिए नये धर्माध्यक्ष की नियुक्ति की।
माननीय दो. थॉमस पौलसामी का जन्म 2 अगस्त 1951 ई. में, तिरूचिरापल्ली धर्मप्रांत के पूलामपात्ती में हुआ था।
प्राथमिक शिक्षा गाँव के स्कूल से प्राप्त करने के उपरांत, दर्शनशास्त्र और ईशशास्त्र की पढ़ाई उन्होंने संत पौल सेमिनारी तिरूचिरापल्ली से पूरी की। उनका पुरोहिताभिषेक 25 मई 1977 ई. में हुआ। पुरोहिताभिषेक के पश्चात् उन्होंने सहायक पल्ली पुरोहित, पल्ली पुरोहित तथा पास्टर के रूप में कई स्थानों पर कलीसिया को अपनी महत्वपूर्ण सेवाएँ अर्पित की। वर्तमान में वे कल्लूकुज़े के संत अंतोनी गिरजाघर के संचालक का कार्यभार संभाल रहे हैं।
डिंडीगल धर्मप्राँत मदुराई महाधर्मप्रांत का हिस्सा है जिसकी स्थापना 2003 ई. में हुई थी। इसका क्षेत्रफल करीब 6,266 वर्ग किलो मीटर है जिसमें कुल आबादी 2 लाख अरसठ हज़ार है जबकि काथलिकों की संख्या लगभग एक लाख पैंतालीस हज़ार दो सौ तेरह है। धर्मप्रांत में कुल 49 पल्लियाँ, 163 पुरोहित, 32 धर्मबंधु, 365 धर्मबहनें तथा 42 गुरूकुल छात्र हैं। डिंडीगल धर्मप्राँत, धर्माध्यक्ष अंतोनी पाप्पुसामी के स्थानांतरण के बाद वर्ष 2014 से रिक्त था।
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