2016-04-07 16:28:00

संत पापा ने ग्रीक राष्ट्रपति का निमंत्रण स्वीकारा, 16 अप्रैल को लेसवोस की यात्रा करेंगे


इस्तांबुल, बृहस्पतिवार, 7 अप्रैल 2016 (वीआर सेदोक): वाटिकन राज्य सचिव कार्डिनल पीयेत्रो परोलिन ने 6 अप्रैल को वाटिकन के लिए ग्रीक राजदूत अलेक्सान्द्रोस कौजीयू से मुलाकात की जिन्होंने ग्रीक के राष्ट्रपति प्रोकोपीस पाउलोपौलोस का निमंत्रण पत्र उन्हें सौंपा जिसमें उन्होंने संत पापा फ्राँसिस को ग्रीक आने का निमंत्रण दिया है।

वाटिकन प्रवक्ता जेस्विट फा. फेदरिको लोम्बारदी ने इस बात की पुष्टि दी कि संत पापा फ्राँसिस ने कुस्तुनतुनिया के ग्रीक ऑथोडोक्स प्राधीधर्माध्यक्ष बारथोलोमियो प्रथम तथा ग्रीक के राष्ट्रपति के निमंत्रण को स्वीकार कर लिया है तथा वे शनिवार 16 अप्रैल को लेसवोस की यात्रा करेंगे।

7 अप्रैल को जारी वाटिकन प्रेस सम्मेलन में उन्होंने कहा कि वहाँ संत पापा फ्राँसिस प्राधिधर्माध्यक्ष बारथोलोम्यो, एथेंस के महाधर्माध्यक्ष तथा ग्रीक के हेरोनैमूस द्वितीय के साथ शरणार्थी केंद्र का दौरा करेंगे।

प्रेस सम्मेलन में कहा गया कि जैसे कि हम जानते हैं कि संत पापा दुनिया के प्रमुख आपातकालिन  स्थितियों के प्रति हमेशा अति संवेदनशील रहे हैं विशेषकर, जहाँ लोग पीड़ित हैं अथवा जिन्हें किसी तरह की मदद और सहानुभूति की आवश्यकता है, कुस्तुनतुनिया के ग्रीक ऑथोडोक्स प्राधीधर्माध्यक्ष बारथोलोमियो प्रथम तथा ग्रीक के राष्ट्रपति के निमंत्रण को स्वीकार करना शरणार्थियों तथा आप्रवासियों के प्रति एकात्मकता एवं ख्रीस्तीय सामीप्य का चिन्ह है।

यहाँ इस बात को भी स्पष्ट किया गया कि संत पापा के कार्य का स्वभाव राजनीतिक नहीं है। यह मानवीय भावना से प्रेरित है तथा नैतिक एवं धार्मिक होने के कारण अत्यन्त महत्वपूर्ण है। यह भी कहा गया कि यह समाज के सभी लोगों का कर्तव्य है कि हम उन लोगों के प्रति सहानुभूति रखें।  इस प्रकार, राजनीतिक नेताओं की भी जिम्मेदारी है कि वे सम्मान पूर्ण तथा आज की दुनिया में दुःख झेल रहे लोगों को समर्थन देने हेतु अधिक मानवीय समाधान की खोज करें। 








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