2016-04-07 16:32:00

अर्मेनियाई धर्माध्यक्ष द्वारा काराबाख के ख्रीस्तीयों के लिए प्रार्थना करने का आग्रह


स्टेपनाकर्ट, बृहस्पतिवार, 7 अप्रैल 2016 (एशियान्यूज़): अरमेनियाई काथलिक धर्माध्यक्ष रफाएल मिनासियन ने काकेशस और अज़रबैजान काराबाख सीमा की बढ़ती गंभीरता पर अंतरराष्ट्रीय मीडिया और विश्व नेताओं के तटस्थ रुख के प्रति अपनी निराशा व्यक्त की।

एशियान्यूज़ से बातें करते हुए उन्होंने कहा कि समाचार पत्र अंतरराष्ट्रीय नियमों के संबंध में खुला उल्लंघन करते हुए कई गंभीर घटनाओं को अनदेखा कर रहा है जबकि सोशल मीडिया में उसे प्रमुखता से दिखाया जाता है। उदाहरण के लिए शहरों, गाँवों तथा स्कूलों में अंधाधुंध गोलाबारी की घटनाएँ,  काराबाख में एक अर्मेनियाई सैनिक का सिर धड़ से अलग किया जाना, अर्मेनियाई काथलिक दम्पति की बर्बर प्राणदण्ड तथा दो अन्य लोगों को उनकी पुत्रियों के साथ कान काट कर हत्या किया जाना आदि।  

उन्होंने कहा कि कई प्रेक्षकों के अनुसार यह आईएस दल की कार्यप्रणाली है जो ऐसी घटनाओं द्वारा सीरिया और ईराक में दहशत फैलाना चाहते हैं।

धर्माध्यक्ष मिनास्सान ने खतरे में पड़े नागोरनो काराबाख के ख्रीस्तीयों के लिए तथा वहाँ शांति बहाल किये जाने के लिए प्रार्थना की अपील की।

उन्होंने कहा कि अजरबैजानी सैनिकों तथा युद्ध क्षेत्र में नागरिकों के उपचार करने वालों की हत्या अंतरराष्ट्रीय नियम का गंभीर उल्लंघन है। अंतरराष्ट्रीय मीडिया ने संघर्ष को अर्मेनिया और अज़रबैजान के बीच नए सिरे से युद्ध के रूप में प्रस्तुत किया है जबकि यह नागोरनो काराबाख तथा अज़रबाइजान के बीच शत्रुता के कारण हो रहा है क्योंकि अर्मेनियाई सैनिकों ने एक भी गोली नहीं चलायी है।

उन्होंने कहा कि अमरीका, यूरोपीय संघ तथा संयुक्त राष्ट्र इस समय बिलकुल तटस्त दिखाई पड़ते हैं। 








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