2016-03-31 16:27:00

पास्का पर्व मनाने हेतु करीतास लेबनान की सहायता


बेरूत, बृहस्पतिवार, 31 मार्च 2016 (एशियान्यूज़): करीतास लेबनान के निर्देशक पौल करम ने कहा कि यद्यपि ख्रीस्तीयों ने आनन्दपूर्वक पास्का पर्व मनाया तथापि देश आर्थिक, सामाजिक एवं राजनीतिक संकट से गुजर रहा है। 

पौल करम ने एशियान्यूज से कहा कि बड़े पैमाने पर ग़रीबी के कारण सभी लोग पर्व नहीं मना सके, क्योंकि करीब 4 सालों से सीरिया तथा अन्य देशों के शरणार्थियों की संख्या अत्यधिक बढ़ गयी है। उन्होंने कहा, ″करीतास में हम लोगों ने समुदाय के साथ त्यौहार मनाया तथा कुछ ख्रीस्तीय परिवारों का दौरा किया। हालांकि, मौजूदा स्थिति में लोगों पर भार तेजी से पड़ रहा है, शरणार्थी समस्या के कारण पहले से ही आर्थिक स्थिति ठीक नहीं थी और प्राप्त की जा रही सहायता भी पर्याप्त नहीं है।″

पौल ने बतलाया कि करीतास के कर्मचारियों एवं स्वयंसेवकों ने जरूरतमंद परिवारों को खाद्य पदार्थों के पॉकेट प्रदान किये क्योंकि वे उन्हें त्यौहार मनाने हेतु थोड़ी मदद पहुँचाना चाहते थे किन्तु लोगों के लिए स्वास्थ्य सहायता की अधिक आवश्यक थी, न केवल शरणार्थी शिविरों में किन्तु देश के नागरिकों को भी।

पौल करम ने चिकित्सकों के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करते हुए कहा कि उनकी मुफ्त सेवा द्वारा वे कुछ सप्ताहों से स्वास्थ्य सेवा भी प्रदान करने में समर्थ हैं।

ज्ञात हो कि वर्षों से करीतास लेबनान लोगों की मदद करने में कभी असफल नहीं हुआ है। वह न केवल खाद्य पदार्थ उपलब्ध कराता किन्तु ख्रीस्तीय एवं मुसलमानों के बीच मानसिक समर्थन तथा प्रोत्साहन देने की कोशिश करता है विशेषकर, युवाओं के बीच। हालांकि, संसाधनों की कमी के कारण अब आवश्यकताएँ बढ़ रही हैं।

फादर पौल ने कहा, ″हम गंभीर आर्थिक संकट से गुजर रहे हैं जिसका एक कारण राष्ट्रपति के चुनाव में असमर्थता भी है जो सत्ता के संतुलन की गारंटी प्रदान करता। संसद के बंद हो जाने के कारण कानून पारित नहीं किये जा रहे हैं जो देश के विकास को प्रभावित कर रहा है।″

करीतास लेबनान के निर्देशक फा. पौल ने संत पापा फ्राँसिस द्वारा युद्ध विराम के आह्वान तथा हथियारों के व्यापार में रोक की मांग का स्मरण करते हुए धनी देशों से सहायता की गुहार की।








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