2016-03-30 11:55:00

सरकार के कट्टरपंथ से निपटना होगा, एनसीजेपी


लाहौर, बुधवार, 30 मार्च 2016 (एशियान्यूज़): पाकिस्तानी काथलिक धर्माध्यक्षीय सम्मेलन के न्याय एवं शांति सम्बन्धी आयोग (एनसीजेपी) ने लाहौर में ईस्टर महापर्व के दिन हुए आतंकवादी आक्रमण के उपरान्त एक वकतव्य जारी कर सरकार का आह्वान किया है कि वह राष्ट्र में व्याप्त कट्टरपंथ से निपटने का प्रयास करे।

(एनसीजेपी) के अध्यक्ष, धर्माध्यक्ष जोसफ आरशद तथा आयोग के राष्ट्रीय निर्देशक फादर एम्मानुएल युसूफ द्वारा हस्ताक्षरित उक्त वकतव्य में कहा गया, "धर्म के नाम पर निर्दोष लोगों और, विशेष रूप से, महिलाओं एवं बच्चों की हत्या को स्वीकार नहीं किया जा सकता।"

कट्टरपंथ से निपटने के लिये सैन्य प्रत्युत्तर के अलावा धर्माध्यक्षों ने "असहिष्णुता के मूल कारणों को सम्बोधित किये जाने का आह्वान किया।"  

ग़ौरतलब है कि लाहौर में 27 मार्च को ईस्टर पर्व के दिन किये गये आत्मघाती बम हमले में कम से कम 72 लोगों की मृत्यु हो गई थी तथा लगभग 300 व्यक्ति घायल हो गये थे।

इस बात के प्रति ध्यान आकर्षित कराते हुए कि हालांकि, ख्रीस्तीय धर्मानुयायी आक्रामकों का निशाना थे, वकतव्य में यह भी स्वीकार किया गया कि "रविवारीय अवकाश के दिन पार्क के दौर पर आये हमारे इतने अधिक मुसलमान भाइयों, बहनों, बच्चों एवं परिवारों को भी इस क्रूर आक्रमण का शिकार बनना पड़ा।" अस्तु, "हम इस हमले से प्रभावित सभी लोगों के लिये प्रार्थना करते हैं, क्योंकि वे सबके सब पाकिस्तानी थे।

वकतव्य में कहा गया, "पाकिस्तान के प्रधान मंत्री एवं पाकिस्तानी सेना के प्रमुख द्वारा कड़े शब्दों में इस आक्रमण की निन्दा किये जाने के बीच, धर्माध्यक्षीय आयोग सरकार का आह्वान करता है कि वह अपराधियों को न्यायोचित दण्ड दिलवाये तथा अल्पसंख्यकों एवं कमज़ोर समुदायों सहित,  सभी नागरिकों की सुरक्षा के मापदण्डों को कड़ा करे।








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