2016-03-30 12:03:00

अपहृत पुरोहित पर अफ़वाहों को सत्यापित करने का धर्माध्यक्षों ने किया आह्वान


नई दिल्ली, बुधवार, 30 मार्च 2016 (ऊका समाचार): भारत के काथलिक धर्माध्यक्षों ने भारतीय विदेश मंत्री सुषमा स्वराज को एक पत्र लिखकर सरकार का आह्वान किया है कि वह यमन में 04 मार्च को अपहृत काथलिक पुरोहित पर उड़ी अफ़वाहों को सत्यापित करे।

27 मार्च को "द वाशिंगटन टाईम्स" की एक रिपोर्ट में कहा गया था कि कथित इस्लामिक स्टेट के आतंकवादियों ने फादर थॉमस उज़्झन्नालिल को शुक्रवार 26 मार्च को गुड फ्रईडे के दिन क्रूस पर ठोंक कर मार डाला था।

भारतीय काथलिक धर्माध्यक्षीय सम्मेलन के उपाध्यक्ष फादर जोसफ चिन्नायन ने मंगलवार को विदेश मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों से मुलाकात कर मंत्री स्वराज के नाम एक पत्र अर्पित किया तथा उनसे इस सिलसिले में सहायता का निवेदन किया।

मीडिया में प्रकाशित इस पत्र में अपहृत साईलिशियन धर्मसमाजी पुरोहित फादर थॉमस उज़्झुन्नालिल का पता लगाने तथा उन्हें रिहा करने हेतु भारतीय सरकार के प्रयासों की सराहना की गई।  

पत्र में कहा गया कि हालांकि प्रयास किये गये हैं तथापि, अब भी फादर थॉमस का अता-पता नहीं मिला है और न ही यह जानकारी मिल पाई है कि क्यों उनका अपहरण किया गया था।

पत्र में कहा गया कि सोशल मीडिया में उड़ी अफ़वाहों  के अनुसार, "फादर थॉमस को कड़ी यातनाएँ देकर गुड फ्राईडे के दिन मार डाला गया था। यह वीभत्स समाचार हमारी तथा उनके रिश्तेदारों एवं सभी शुभचिन्तकों की घोर व्यथा का कारण बन रहा है।"

पत्र में आगे कहा गया, "यातनाएँ देकर गुड फ्रईडे के दिन क्रूस पर चढ़ाये जाने की परेशान करनेवाली इस अफ़वाह की सच्चाई को सत्यापित करने के लिये प्रयासों को सघन करना हमारे देश के लिये हितकर होगा।"      

पत्र में यह भी कहा गया कि कोलकाता की मिशनरी धर्मबहनों के साथ मिलकर निर्धनों, रोगियों एवं वृद्ध लोगों की सेवा के प्रति अपना जीवन समर्पित करनेवाले फादर थॉमस की रिहाई के लिये वाटिकन ने भी राजनयिक चैनलों के माध्यम से अपने प्रयासों को सघन कर दिया है।

यमन के एडेन शहर में 04 मार्च को संदिग्ध इस्लामी आतंकवादियों ने मदर तेरेसा की धर्मबहनों द्वारा संचालित एक नर्सिग होम से 56 वर्षीय फादर थॉमस उज़्झुन्नालिल का अपहरण कर लिया था। वे केरल के मूलनिवासी तथा बैंगलोर साईलिशियन धर्मसमाजी प्रान्त के सदस्य हैं।








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