2016-03-28 16:30:00

पाकिस्तान में बम विस्फोट के शिकार लोगों के प्रति संत पापा की सहानुभूति


वाटिकन सिटी, सोमवार, 28 मार्च 2016 (वीआर सेदोक): ″नफरत की इन भयानक अभिव्यक्तियों को जारी रखने के बावजूद, प्रभु क्रूस पर चढ़ाये गये तथा हमारे लिए जी उठे हैं ताकि वार्ता, न्याय, मेल-मिलाप तथा शांति द्वारा दुःख सहने वालों के साथ सहानुभूति एवं एकात्मता के रास्ते के निर्माण हेतु हमें साहस और आशा प्रदान करें।″ यह बात संत पापा फ्राँसिस ने पाकिस्तान में, पास्का पर्व के दिन बम धमाके से हताहत लोगों के प्रति सहानुभूति व्यक्त करते हुए कही।

वाटिकन प्रवक्ता जेस्विट फादर फेदरिको लोम्बारदी ने 27 मार्च को जारी एक प्रेस वक्तव्य में कहा, ″लाहौर के पार्क में दर्जनों निर्दोष लोगों के भयानक नरसंहार ने पास्का पर्व पर उदासी और पीड़ा की घटा बिखेर दी है। लोगों पर कायर जानलेवा घृणा फिर एक बार हावी हो गया है।″  

प्रेस वक्तव्य में उन्होंने बताया कि संत पापा इस हिंसक घटना की कड़ी निंदा करते हैं। उन्होंने कहा कि वे घटना के शिकार लोगों के लिए प्रार्थना करते तथा घायलों एवं प्रभावित परिवारों को इस दुःख की घड़ी में अपना आध्यात्मिक सामीप्य प्रदान करते हैं।

फादर लोम्बारदी ने यह भी जानकारी दी कि संत पापा ने पाकिस्तान के ख्रीस्तीय समुदाय के प्रति अपनी चिंता व्यक्त की है तथा कहा है कि अल्पसंख्यक ख्रीस्तीय समुदाय पुनः एक बार चरमपंथी हिंसक आक्रमण से प्रभावित हुआ है जिसके द्वारा समस्त पाकिस्तान को आघात पहुँचा है। ″नफरत की इन भयानक अभिव्यक्तियों को जारी रखने के बावजूद प्रभु क्रूस पर चढ़ाये गये तथा हमारे लिए जी उठे हैं ताकि वार्ता, न्याय, मेल-मिलाप तथा शांति द्वारा दुःख सहने वालों के साथ सहानुभूति एवं एकात्मता के रास्ते के निर्माण हेतु हमें साहस और आशा प्रदान करें।″

बीबीसी के अनुसार लाहौर के एक पार्क में रविवार को हुए धमाके में मरने वालों की संख्या 70 हो गई है जिनमें 22 बच्चे थे। कई औरतों की भी मौत हुई है। ये घटना पास्का के अवसर पर हुई जब भीड़-भाड़ वाले एक पार्क में कई परिवार जमा थे।

पाकिस्तान तालिबान से अलग हुए एक गुट जमात-उल-अहरार ने हमले की ज़िम्मेदारी ली है और कहा है कि 'जान-बूझकर ईसाई समुदाय को निशाना बनाया गया।'








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