2016-03-21 15:18:00

सलेशियन अपहर्त पुरोहित की प्रताड़ना महज अफ़वाह


कोच्ची, सोमवार, 21 मार्च 2016 (उकान न्यूज) कलीसिया के अधिकारियों ने इस्लामिक उग्रवादियों द्वारा यमन में अपहर्त पुरोहित का सामाजिक संचार माध्यमों में प्रताड़ना की खबरों को अफ़वाह बतलाया है।  

सलेशियन धर्मसमाज, बैगलूर प्रान्त के प्रवक्ता पुरोहित मैथ्यु भलरकोट ने कहा, “हमें अपहर्त पुरोहित के बारे में कुछ भी नहीं पता।” उन्होने कहा कि धर्मसमाज के अधिकारियों और वाटिकन राजनयिक माध्यमों के ज़रिये पुरोहित के बारे में पता लगाने हेतु सरकार पर दबाव डाला जा रहा है। “लेकिन हमें अब तक नहीं पता कि किसने और क्यों उनका अपहरण किया है क्योंकि इस मुद्दे पर किसी ने अब तक कोई उतरदयित्व नहीं लिया है।”   

सामाजिक संचार माध्यमों में यह खबर प्रसारित किया गया है कि इस्लामिक उग्रवादी उनपर अत्याचार कर रहे हैं। एक अदिनांकित और अनाम संदेश ने यह भी कहा कि अपहरणकर्ता पुण्य शुक्रवार के दिन उन्हें क्रूस पर चढ़ायेंगे। धर्मसमाज के प्रवक्ता ने कहा, “ये सारी चीज़ें मात्र अफवाह हैं। जब किसी ने अपहरण की जिम्मेदारी अब तक नहीं ली है तो अन्य विषयों का विवरण हम कैसे जान सकते हैं।”  

काथलीक धर्माध्यक्षयों के कार्यकारिणी सचिव पुरोहित जोसेफ चिन्नयन ने बतलाया कि कलीसिया इस विषय में सरकार के साथ निरन्तर संपर्क में है। उन्होंने कहा कि विदेश मंत्री ने हमें बतलाया है कि सरकार पुरोहित का पता लगाने का प्रयास कर रही है।  
धर्मसमाज के प्रवक्ता ने कहा कि हमें कार्यप्रणाली से अधीर होने की जरूरत नहीं है क्योंकि इस्लामिक उग्रवादियों के द्वारा अफगानिस्तान में अपहर्त भारतीय येसु समाजी पुरोहित प्रेम कुमार की रिहाई सरकारी प्रयासों के उपरान्त नौ महीने के बाद हुई थी।
विदित हो थोमस उजेनेली को उग्रवादियों ने यमन के एक वृद्ध आश्रम में आक्रमण के बाद अपहरण कर लिया था। मिशनरीज ऑफ चैरिटी धर्मसमाज द्वारा चले जा रहे वृद्ध आश्रम में उग्रवादियों ने 4 मार्च को 16 लोगों की गोली मार कर हत्या कर दी गई थी जिसमें धर्मसमाज की चार धर्मबहनें भी थीं।
 








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