पुणे, बुधवार, 16 मार्च 2016 (ऊका समाचार): भारत के काथलिक पत्रकारों से आग्रह किया गया है कि वे सामाजिक परिवर्तन को दृष्टिगत रखकर पारिवारिक मूल्यों के प्रति संवेदनशील रहें तथा घोटालों एवं सनसनी फैलानेवाले समाचारों के पीछे ना भागें।
13 मार्च को भारतीय काथलिक प्रेस संगठन ने एक वकतव्य जारी कर देश के काथलिक पत्रकारों से यह निवेदन किया। वकतव्य में कहा गया कि "यौन तथा अन्य घोटालों से सम्बन्धित सनसनी फैलानेवाली ख़बरें आज के मीडिया पर हावी हैं जिससे पारिवारिक जीवन की बुनियादी बातों को चुनौती दी जा रही है। इससे समाज में परिवार की स्थिरता को गम्भीर ठेस पहुँची है।"
11 से 13 मार्च तक पुणे शहर में भारतीय काथलिक पत्रकार संगठन की सभा का आयोजन किया गया था जिसमें सम्पूर्ण भारत से 60 पत्रकारों ने भाग लिया।
पुणे के धर्माध्यक्ष थॉमस ढाबरे ने अपने व्याख्यान में कहा कि भौतिकतावाद, उपभोक्तावाद तथा सामाजिक मीडिया के प्रति आसक्ति पारिवारिक मूल्यों पर प्रतिकूल असर डाल रही है। उन्होंने कहा कि आध्यात्मिक एवं नैतिक मूल्यों में आया ह्रास कलीसिया एवं समाज के समक्ष प्रस्तुत चुनौतीपूर्ण चिन्ता का विषय है। मीडिया कर्मियों का उन्होंने आह्वान किया कि वे इन मूल्यों के प्रति संवेदनशील रहकर अपने दायित्वों का निर्वाह करें।
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