2016-03-12 12:10:00

गोवा के काथलिक नौसैनिक अड्डे के गिरजाघर में प्रवेश के प्रतिबंध से हुए परेशान


पाणाजी, शनिवार, 12 मार्च, 2016 (ऊका समाचार) गोवा के काथलिकों ने भारत के रक्षा मंत्री द्वारा पूर्व पुर्तगाली उपनिवेश के नौसैनिक अड्डे पर स्थित एशिया के सबसे पुराने काथलिक गिरजाघर के दर्शन हेतु जाने वाले तीर्थयात्रियों पर प्रतिबंध लगाने की घोषणा पर नाराजगी व्यक्त की है
भारत के रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने  संसद को बताया कि सुरक्षा को मद्देनज़र रखते हुए, अन्जेदीवा द्वीप पर स्थित “झरनों की हमारी माता” नामक गिरजाघर में आगंतुकों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगाने का निर्णय लिया गया है।
स्थानीय काथलिकों का कहना है कि सरकार एक लंबे समय से चली आ रही उस समझौते को तोड़ रही है जिसके तहत  हर साल, दो त्योहारों पर तीर्थयात्रियों को गिरजाघर का दौरा करने की अनुमति है।
उन्होंने कहा कि गोवा सरकार ने पूर्व शर्त अनुसार अन्जेदीवा द्वीप के नौसैनिक अड्डे पर स्थित गिरजाघर में तीर्थयात्रियों के प्रवेश के लिए दो दिन की गारंटी दी है 2 फ़रवरी प्रभु का मंदिर में अर्पण और 4 अक्टूबर असीसी के संत फ्रांसिस का पर्व दिवस।

विदित हो कि 1506 में पुर्तगाली मिशनरियों द्वारा यह गिरजाघर बनाया गया था। असीसी के संत फ्रांसिस का गिरजाघर तीर्थयात्रियों के लिए आकर्षण का केन्द्र है।








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