2016-03-09 13:01:00

ख्रीस्त को प्रकाश में लाने का प्रवचनकर्त्ता ने किया आह्वान


वाटिकन सिटी, बुधवार, 9 मार्च 2016 (सेदोक): इटली के अरिच्चिया नगर में सन्त पापा फ्राँसिस के साथ आध्यात्मिक साधना में लगे परमधर्मपीठीय रोमी कार्यालय के धर्माधिकारियों को सम्बोधित कर प्रवचनकर्त्ता फादर एरमेस रॉन्की ने कहा कि कलीसियाई सेवकों को खुद को प्रकाशित करने के बजाय ख्रीस्त को प्रकाश में लाना चाहिये। 

मंगलवार के प्रवचन में फादर ऱॉन्की ने सुसमाचार के उस पाठ पर चिन्तन किया जिसमें पेत्रुस ईश पुत्र रूप में प्रभु येसु ख्रीस्त में अपने विश्वास की अभिव्यक्ति करते हैं। इस तथ्य की ओर ध्यान आकर्षित कराते हुए कि पेत्रुस का उत्तर येसु द्वारा पूछे जाने पर कि वे उनके विषय में क्या सोचते हैं प्रश्न के बाद आया, फादर रॉन्की ने कहा, "इस प्रश्न द्वारा प्रभु येसु अपने बारे में नहीं सोच रहे थे अपितु  प्रेरितों से आग्रह कर रहे थे कि वे अपने हृदय के अन्तर में झाँकें। उन्होंने कहा, "येसु जानना चाहते हैं कि उनके अनुयायियों ने, सदैव उनमें विद्यामन रहनेवाले ईश्वर के प्रति अपने मन के द्वार खोलें हैं अथवा नहीं।"

फादर रॉन्की ने स्पष्ट किया, "हमारे हृदय ईश्वर का पालना बन सकते हैं किन्तु ये ईश्वर की कब्र भी बन सकते हैं।"

उन्होंने स्मरण दिलाया कि येसु बारम्बार अपने शिष्यों को चेतावनी देते रहे थे कि "उनके अनुसरण का अर्थ है क्रूस का अनुसरण करना, क्रूसधारी व्यक्ति का अनुसरण करना। प्रभु येसु ख्रीस्त ने किसी अन्य व्यक्ति का नहीं अपितु स्वयं अपना रक्त बहाया, उन्होंने स्वयं अपने प्राणों की आहुति दी अन्य लोगों का बलिदान नहीं किया।"    

कलीसिया की भूमिका के प्रति अभिमुख होते हुए फादर रॉन्की ने कहा, "हम ईश्वर एवं मानव जाति के बीच मध्यस्थ हैं। सन्त योहन बपतिस्ता के सदृश पथ तैयार करना और अलग हट जाना हमारा दायित्व है।"

उन्होंने कहा, "उस कलीसिया के सैन्दर्य पर विचार करें जो स्वतः अपने आप दैदीप्यमान नहीं होती अपितु प्रभु ख्रीस्त के प्रकाश को प्रज्वलित करती है।" फादर रॉन्की ने कहा कि कलीसियाई अधिकारियों को इस दिशा में अभी बहुत आगे बढ़ने की आवश्यकता है।








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