2016-03-08 11:51:00

हत्या के शिकार मिशनरीज़ ऑफ चैरीटी हैं उदासीनता के शहीद, सन्त पापा फ्राँसिस


वाटिकन सिटी, मंगलवार, 8 मार्च 2016 (सेदोक): सन्त पापा फ्राँसिस ने कहा है कि यमन में मारी गई मिशनरीज़ ऑफ चैरीटी धर्मसंघ की सदस्याएं विश्व की उदासीनता की शिकार बनी हैं।

रविवार को सन्त पेत्रुस महागिरजाघर के प्राँगण में एकत्र भक्त समुदाय को सम्बोधित कर सन्त पापा ने कहा कि मारी गई धर्मबहनें केवल उनके हत्यारों द्वारा ही नहीं मारी गई अपितु किसी की परवाह न करनेवाले उपेक्षाभाव और विश्वव्यापी उदासीनता के कारण मारी गई।

चार मार्च को यमन के अदन शहर स्थित मिशनरीज़ ऑफ चैरिटी के कॉन्वेन्ट तथा उनके द्वारा विकलांगों एवं वयोवृद्धों के लिये संचालित अस्पताल पर हुए आतंकवादी हमले में चार धर्मबहनों सहित 12 अन्य लोगों की मौत हो गई थी।

उदारता के मिशनरी धर्मसंघ "मिशनरीज़ ऑफ चैरिटी" की स्थापना धन्य मदर तेरेसा द्वारा की गई थी। सन्त पापा ने कहा, "यमन में दो दिन पूर्व हुए आतंकवादी आक्रमण के शिकार मिशनरीज़ ऑफ चैरिटी धर्मसंघ के प्रति मैं अपना सामीप्य व्यक्त करता हूँ। हत्या की शिकार बनी धर्मबहनें वर्तमान युग की शहीद हैं, उन्होंने कलीसिया के लिये अपना रक्त अर्पित कर दिया किन्तु इसके बावजूद वे समाचार पत्रों में नहीं हैं, उपेक्षाभाव से परिपूर्ण विश्व के लिये यह कोई समाचार नहीं है।"

  चार मार्च के आतंकवादी हमले में मारी गई धर्मबहनों, 12 अन्य लोगों एवं उनके परिजनों के लिये सन्त पापा ने धन्य मदर तेरेसा से प्रार्थना की कि वे चैरिटी की शहीदों को स्वर्ग धाम तक ले जायें तथा शांति हासिल करने और मानव जीवन के प्रति सम्मान को प्रोत्साहित करने के लिये मध्यस्थता करें।








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