वाटिकन सिटी, सोमवार, 07 मार्च 2016, (सेदोक) संत पापा फ्राँसिस ने कीयेभ के प्राधिधर्माध्यक्ष और यूक्रेनियन ग्रीस काथलिक कलीसिया के प्रधान अधिकारी स्वियातोस्तलाभ स्हेवकूक को प्रत्र प्रेषित करते हुए अपनी कृतज्ञता अर्पित की।
प्राधिधर्माध्यक्ष ने युक्रेन ग्रीस काथलिक कलीसिया के स्थायी धर्मसभा सदस्यों के साथ रोम में बैठक के दौरान एक वक्तव्य जारी किया जो काथलिक कलीसिया के साथ उनके संबंध पर बल देता है। उन्होंने शानिवार के आमदर्शन समारोह में संत पापा से मुलाकात की।
प्राधिधर्माध्यक्ष के नाम अपने प्रत्र में संत पापा ने कहा कि सत्तर साल पहले एक विशेष वैचारिक और राजनीतिक संदर्भ के साथ-साथ सक्रिया "कलीसिया के अस्तित्व के प्रति विचार-धारा विपरीत थे जिसके कारण लिभीभ में एक झूठे धर्मसभा का गठन हुआ और जिसके कारण कई वर्ष तक धर्मप्रचारों और विश्वासियों को कष्ट झेलना पड़ा।”
इन दुःखद घटनाओं को याद करते हुए उन्होंने लिखा कि हमारा सिर कृतज्ञता से उन के लिए नतमस्तक होता है जिन्होंने यातनाओं और शाहादत के बवजूद अपने विश्वास का साक्ष्य दिया जो कलीसिया के उत्ताधिकारी संत पेत्रुस के प्रति उनके समर्पण को दिखलाता है।
संत पापा ने कहा, “उस विश्वास से प्रज्जवलित हमारी आँखें येसु ख्रीस्त को निहारती हैं जिससे हम अपना सम्पूर्ण भरोसा मानवीय न्याय में नहीं वरन् उन पर रख सकें। वे वर्तमान और भविष्य में विश्वास के सच्चे स्रोत हैं क्योंकि हम कठिन परिस्थितियों और यातनाओं में भी सुसमाचार की घोषणा हेतु बुलाये गये हैं।
संत पापा ने यूक्रेन ग्रीस काथलिक विश्वासियों के प्रति अपना कृतज्ञता अर्पित करते हुए उनकी हैसलाआफजाई की जिससे वे अपने विश्वास का अथक साक्ष्य देते रहें, जो दूसरे भाई बहनों के जीवन को प्रकाशित करता है। उन्होंने धर्मप्राचरकों और विश्वासियों के प्रति अपनी संवेदना और सामीप्य को नवीकृत करते हुए कहा कि वे विभिन्न कठिनाइयों के बवजूद यूक्रेन की धरती में शांति स्थापना हेतु कार्य करें।
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