2016-02-25 15:57:00

गरीब को देख पाना कृपा है जो हमारे हृदय में दस्तक देता, संत पापा


वाटिकन सिटी, बृहस्पतिवार, 25 फरवरी 2016 (वीआर सेदोक): वाटिकन स्थित प्रेरितिक आवास संत मर्था के प्रार्थनालय में बृहस्पतिवार 25 फरवरी को संत पापा ने ख्रीस्तयाग अर्पित करते हुए प्रवचन में कहा कि हमारे बगल में जो गरीब व्यक्ति है उसे पहचान पाना एक सच्चा विश्वास है।

उन्होंने कहा कि ″येसु हमारे हृदय द्वार पर दस्तक दे रहे हैं।″

संत पापा ने प्रवचन में सुसमाचार पाठ पर चिंतन किया जहाँ एक धनी व्यक्ति ने गरीब व्यक्ति पर कभी ध्यान नहीं दिया। उन्होंने कहा कि बैगनी वस्त्र पहने तथा प्रतिदिन दावत उड़ाने वाले उस अत्यन्त धनी व्यक्ति ने अपने द्वार पर लाजरूस नामक गरीब भिखारी को कभी नहीं देख पाया। संत पापा ने कहा, ″क्या मैं एक ऐसा ख्रीस्तीय हूँ जो झूठ के रास्ते पर चलता है अथवा जीवन के रास्ते पर आगे बढ़ रहा हूँ। उन्होंने कहा कि निश्चय ही वह धनी व्यक्ति संहिता का पालन करता था तथा सभी धार्मिक कार्यों को भलीभाँति पूरा करता था किन्तु दावत, अच्छे कपड़ों, अभिमान और मित्रों की अपनी छोटी दुनिया में बंद था। उसने बाहर की परिस्थिति को जरा भी गौर ही नहीं कर पाया।

संत पापा ने कहा कि एक गरीब व्यक्ति के रूप में प्रभु हमारे हृदय द्वार खटखटाते हैं। एक दिखावटी व्यक्ति बाहर की परिस्थिति नहीं जान सकता क्योंकि वह पूरी तरह बंद हैं। वह झूठ के रास्ते पर चलता है क्योंकि वह ईश्वर पर नहीं किन्तु अपने आप पर भरोसा रखते हैं।

संत पापा ने कहा कि ईश्वर ने उस धनी आदमी को नहीं किन्तु गरीब लाजरूस के हृदय पर दस्तक दिया और लाजरूस ने अपना हृदय द्वार खोला ताकि ईश्वर की करुणा को प्राप्त कर सके।

संत पापा ने विश्वासियों से कहा कि यह चालीसा काल हमें स्मरण दिलाता है कि हम आत्म जाँच करें कि हम किस ओर बढ़ रहे हैं। क्या हम जीवन के रास्ते पर बढ़ रहे हैं अथवा झूठ के रास्ते पर। संत पापा ने प्रार्थना करने का निमंत्रण दिया कि हम अपने आप से बाहर आकर उदारता तथा दया के मनोभाव को अपनाएँ ताकि ईश्वर की करुणा हमारे हृदय में प्रवेश कर सके।








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