2016-02-24 14:48:00

श्रोताओं के पत्र


श्रोताओं के पत्र

पत्र- सत्य भारती परिवार को, मेरा सादर अभिवादन। ”मेरा भविष्य क्या है″ शीर्षक से सत प्रकाशन इन्दौर की प्रस्तुति बहुत अच्छी लगी।  वास्तव में माता-पिता को अपने बच्चों पर दबाव नहीं डालना चाहिए कि वे उनके अनुसार पद प्राप्त करें या वही शिक्षा प्राप्त करें जो कि वे चाहते हैं। जिस क्षेत्र में बच्चों की रुचि हो उन्हें वह विषय चुनने की स्वतंत्रता दी जानी चाहिए।

धर्मेंद्र सिंह, नियर बादा मंदिर, मलथोर, सागर म॰प्र॰।

पत्र- आदरणीय फादर जी, वाटिकन रेडियो के सभी कार्यक्रम हमारे दैनिक जीवन में मार्ग दर्शन कराते हैं। हम सभी श्रोताओं को ज्ञान व प्रेरणा प्राप्त होती है सच मानिए तो संत पापा फ्राँसिस का संदेश सुन कर हमें शांति मिलती है। सामयिक लोकोपकारी चर्चा, कलीसियाई दस्तावेज, रविवारीय धर्मग्रंथ एवं आराधना विधि चिंतन और संत पापा द्वारा प्रस्तुत संदेश, ज्ञानवर्धक एवं सार्थक लगते हैं।

दीपक कुमार दास, अपोलो रेडियो लि. क्लब, ढोली सकरा, बिहार।

पत्र- आपके  द्वारा भेजी गयी पत्रिका प्राप्त हुई। पत्रिका भेजने के  लिए बहुत-बहुत धन्यवाद।

आपकी कई पत्रिकाएँ हमें प्राप्त हुई लेकिन हम बाहर होने के  कारण पत्र नहीं  लिख सके। वाटिकन रेडियो के सभी कार्यक्रम नियमित सुनते हैं। रविवारीय धर्मग्रंथ एवं आराधना विधि चिंतन, संत पापा का संदेश, कलीसियाई दस्तावेज एक अध्ययन और सामयिक चर्चा कार्यक्रम सुनते हैं तथा पवित्र बाईबल प्रतिदिन पढ़ते हैं।

जिगनेश चिमनलाल मेहता, डुंगर, अमरेली सौराष्ट्र, मेरठ।

 








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