2016-02-24 12:08:00

इस्लामिक स्टेट ने अस्सिरियाई ख्रीस्तीयों के अन्तिम दल को किया रिहा


दमिश्क, बुधवार, 24 फरवरी 2016 (एशिया न्यूज़): सिरिया में विगत वर्ष अपहृत लगभग 200 अस्सिरियाई ख्रीस्तीयों को इस्लामिक स्टेट के लड़ाकाओं ने रिहा कर दिया है।

बन्धकों की रिहाई के लिये प्रयासरत अस्सिरियाई कलीसिया के पूर्वी राहत संगठन "आचेरो" ने इस बात की पुष्टि की कि सोमवार को 42 ख्रीस्तीय बन्धकों को रिहा किया गया। संगठन ने यह भी प्रकाशित किया कि फरवरी 2015 में इस्लामिक स्टेट के लड़ाकाओं ने अस्सिरियाई कलीसिया के 200 भक्तों का अपहरण कर लिया था जिनमें से सभी रिहा कर दिये गये हैं।

"आचेरो" कलीसियाई संगठन के वक्तव्य में अस्सिरियाई ख्रीस्तीय धर्माध्यक्ष मार अफ्राह्म आथनेईल सहित उन सभी लोगों के प्रति धन्यवाद ज्ञापित किया गया जिन्होंने 12 महीनों तक बन्धकों की रिहाई का प्रयास किया था। संगठन ने कहा, "बन्धकों की रिहाई के लिये हम प्रसन्न हैं किन्तु सिरिया की अस्सिरियाई कलीसिया द्वारा सही गई मानवीय एवं भौतिक क्षति के लिये शोक मनाते हैं।"

वक्तव्य में यह भी कहा गया कि अब इस्लामिक स्टेट के लड़ाकाओं के पास कोई भी ख्रीस्तीय बन्धक शेष नहीं है तथा इसके विपरीत प्रकाशित होनेवाली ख़बरें निराधार हैं।  

अस्सिरियाई समुदाय के निकटवर्ती सूत्रों का कहना है कि बन्धकों की रिहाई के लिये एक करोड़ अस्सी लाख अमरीकी डॉलर फिरौती राशि का भुगतान करना पड़ा। अन्य सूत्रों के अनुसार रिहाई के लिये एक भारी रक्म अदा की गई है किन्तु कितनी है इस बात का पता नहीं चल पाया है।

23 फरवरी 2015 को सिरिया के उत्तर-पूर्वी क्षेत्र स्थित खाबुर नदी के तट पर बसे आल हास्साके सहित निकटवर्ती गाँवों से इस्लामिक स्टेट के लड़ाकाओं ने 200 ख्रीस्तीयों का अपहरण कर लिया था, इनमें महिलाएँ. बच्चे एवं कई वृद्ध शामिल थे। अपहरण के कुछ ही महीनों बाद आतंकवादियों ने 1,700 डॉलर प्रति व्यक्ति के हिसाब से धन लेकर 19 ख्रीस्तीयों को रिहा कर दिया था।








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