2016-02-23 12:08:00

जगदलपुरः कार्यकर्त्ता पर तेजाब हमले से कलीसिया स्तब्ध


जगदलपुर, मंगलवार, 23 फरवरी 2016 (ऊका समाचार): छत्तीसगढ़ राज्य के काथलिक अधिकारियों ने सामाजिक एवं राजनैतिक अधिकारों के लिये सेवारत एक कार्यकर्त्ता पर तेजाब फेंके जाने पर आश्चर्य व्यक्त कर इस कुकृत्य की कड़ी निन्दा की है।

ऊका समाचार के अनुसार दो अज्ञात व्यक्तियों ने आदिवासी कार्यकर्त्ता श्रीमती सोनी सोरी पर तेजाब जैसा रसायन फेंका। हमला 20 फरवरी को उस समय हुआ जब सोनी सोरी बस्तर नगर से अपने घर गीदाम नगर की ओर यात्रा कर रहीं थीं।

अधिकारियों की रिपोर्ट में कहा गया कि हमले के उपरान्त  सोरी को अस्पताल में भर्ती कराया गया तथा 21 फरवरी को नई दिल्ली भेज दिया गया।

जगदलपुर काथलिक धर्मप्रान्त के प्रतिधर्माध्यक्ष एवं प्रवक्ता फादर अब्राहम कन्नामपाला ने ऊका समाचार से कहा, "हमारे प्रान्त में इस तरह का यह पहला कुकृत्य है जिसकी हम कड़े शब्दों में भर्त्सना  करते हैं।"

उन्होंने कहा, "आदिवासी और निर्धन लोगों के अधिकारों के लिये सेवारत लोगों पर इस तरह का हमला किया जाना निन्दनीय बात है। हमलावरों को न्यायोचित दण्ड दिया जाना चाहिये ताकि निर्धन  लोगों के कल्याण हेतु काम करनेवालों में विश्वास जागृत हो सके।"

सोनी सूरी वामपंथी आम आदमी पार्टी की सदस्या भी हैं जिन्होंने बस्तर ज़िले से 2014 में सांसदीय चुनाव में भी हिस्सा लिया था। इस क्षेत्र में माओवादियों का वर्चस्व है।

2011 में सोनी सोरी उस समय सुर्खियों में आई थीं जब उनपर माओवादी लड़ाका दलों को समर्थन देने का आरोप लगाया गया था। बाद में अपनी गिरफ्तारी के दौरान सोरी ने पुलिस पर बलात्कार एवं प्रताड़ना का आरोप लगाया था।

सोरी एवं उनके भतीजे लिंगराम का कहना है कि बस्तर के वरिष्ठ पुलिस अधिकारी एस.आर.पी. कालुरी की शिकायत का प्रयास करने के बाद उनपर हमला किया गया।

21 फरवरी को सोरी ने मीडिया से कहा था कि अब वे अपने बच्चों की सुरक्षा के प्रति चिन्तित हैं।








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