2016-02-18 12:29:00

आप्रवासियों के प्रति उदारता का सन्त पापा फ्राँसिस ने किया आह्वान


सिऊदाद स्वारेज़, मेक्सिको, गुरुवार, 18 फरवरी 2016 (सेदोक): सन्त पापा फ्राँसिस ने सरकारों का आह्वान किया है कि वे आप्रवासियों के प्रति अपने हृदय के द्वारों को खोलें।

बुधवार को मेक्सिको की धूलधूसरित सीमा पर शक्तिशाली राजनैतिक प्रतीकों से परिपूर्ण क्षण में सन्त पापा फ्राँसिस ने उन हज़ारों आप्रवासियों के लिये प्रार्थना की जो संयुक्त राज्य अमरीका पहुँचने से पहले ही सीमा पर मृत्यु के कराल-गाल में पहुँच गये थे। सरकारों से आप्रवासियों के पक्ष में ज़ोरदार अपील करते हुए उन्होंने कहा कि यदि अपनी सीमाएँ नहीं तो कम से कम "बलात आप्रवास को जन्म देनेवाली मानवीय त्रासदी" के प्रति कम से कम अपने हृदय के द्वार खोलें।

बुधवार को उत्तरी मेक्सिको के सिऊदाद स्वारेज़ नगर में उस स्थल पर सन्त पापा फ्राँसिस ने लगभग दो लाख श्रद्धालुओं के लिये ख्रीस्तयाग अर्पित किया जो मेक्सिको तथा संयुक्त राज्य अमरीका को अलग करनेवाली दीवार से केवल 80 मीटर की दूरी पर स्थित है। एक ओर मेक्सिको का निर्धन सिऊदाद स्वारेज़ तो दूसरी ओर टेक्सास राज्य का धन-सम्पन्न एल पासो नगर। 

मेक्सिको में सन्त पापा फ्राँसिस की 06 दिवसीय यात्रा का यह एक अर्थगर्भित क्षण रहाः इतिहास के लातीनी अमरीकी सन्त पापा जो राष्ट्रों का आह्वान करते रहे हैं कि वे उत्पीड़न, युद्ध एवं निर्धनता से पलायन करनेवाले आप्रवासियों का अपने यहाँ स्वागत करें।

ख्रीस्तयाग के अवसर पर सन्त पापा ने कहा, "हम उस मानवतावादी संकट से इनकार नहीं कर सकते जिसने हाल के वर्षों में हज़ारों लोगों को दूभर पहाड़ों, रेगिस्तानों तथा असत्कारशील क्षेत्रों से  रेलगाड़ियों, राजमार्गों अथवा पैदल चलकर हज़ारों किलो मीटर पार करने के लिये बाध्य किया है।"   

उन्होंने कहा, "आज बलात आप्रवास एक विश्वव्यापी सच है। यह मानवीय त्रासदी जिसे अंकों एवं आँकड़ों में गिना जाता है, हम चाहते हैं कि इसके बजाय यह नामों, कहानियों एवं परिवारों में गिनी जाये।" सन्त पापा ने स्मरण दिलाया कि वे "हमारे भाई बहन हैं जो निर्धनता एवं हिंसा, मादक पदार्थों की तस्करी तथा अपराधी संगठनों के कारण अपने घरों से निकाल दिये गये हैं।"    

उन्होंने कहा, "मृत्यु अब और नहीं, शोषण अब और नहीं। अब भी परिवर्तन का समय है, अब भी एक रास्ता है, एक अवसर है, ईश्वरीय करुणा की याचना करने का समय है।" 

सन्त पापा द्वारा अर्पित ख्रीस्तयाग समारोह में विशाल टेलेविज़न के पर्दों के माध्यम से टेक्सास के "एल पासो" के लगभग तीस हज़ार श्रद्धालु भी शामिल हुए। इनके प्रति अभिमुख होकर सन्त पापा ने कहा, "सीमा के उस पार एकत्र हमारे भाइयों एवं बहनों का मैं सस्नेह अभिवादन करता हूँ जो एल पासो के सनबोल नामक विश्वविद्यालय के मैदान में उपस्थित हैं। तकनीकी की मदद से हम एक साथ मिलकर प्रार्थना कर सकते, गीत गा सकते तथा प्रभु के दयामय प्रेम का समारोह मना सकते हैं। एक परिवार और एक ही ख्रीस्तीय समुदाय के सदस्य होने का अनुभव कराने के लिये एल पासो के भाइयों एवं बहनों आपके प्रति हार्दिक धन्यवाद।"








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