2016-02-06 15:24:00

आमदर्शन समारोह में संत पापा ने की ‘पाद्रे पीयो प्रार्थना दल’ से मुलाकात


वाटिकन सिटी, शनिवार, 6 फरवरी 2016 (वीआर सेदोक): करुणा की जयन्ती वर्ष के लिए निर्धारित आमदर्शन समारोह को आगे बढ़ाते हुए संत पापा फ्राँसिस ने शनिवार 6 फरवरी को, संत पेत्रुस महागिरजाघर के प्राँगण में पाद्रे पीयो प्रार्थना दल के सदस्यों से मुलाकात की।

उन्होंने आमदर्शन समारोह में पाद्रे पीयो प्रार्थना दल तथा अन्य तीर्थयात्रियों का स्वागत किया। उन्होंने कहा, ″आप कृतज्ञ हैं क्योंकि पाद्रे पीयो ने आपको जीवन का खजाना ‘ईश प्रेम’ को खोजने में मदद की है तथा प्रभु की करुणा एवं क्षमाशीलता की सुन्दरता को अनुभव करने का अवसर प्रदान किया है।

संत पापा ने करुणा के महान संत पाद्रे पीयो की ओर ध्यान आकृष्ट करते हुए कहा, ″निश्चय ही, हम यह कह सकते हैं कि पाद्रे पीयो करुणा के सेवक थे। उन्होंने पूरा समय मेल-मिलाप संस्कार द्वारा इसका अभ्यास किया, जैसा कि एक पिता अपने बच्चों की देखभाल करता है। उन्होंने पाप के घाव को चंगा किया तथा हृदय को शांति की ताजगी प्रदान की। प्रभु की करुणा के प्रचार के लिए अपना समय एवं शक्ति खर्च किया। वे ऐसा करने में समर्थ थे क्योंकि वे क्रूसित येसु से लगातार बल प्राप्त करते थे, इस प्रकार, वे करुणा के माध्यम बन गये। उन्होंने बहुत सारे लोगों एवं पीड़ितों को हमारे लिए अपने आप को अर्पित करने वाले ख्रीस्त के प्रेम से जोड़ दिया। पाद्रे पीयो ने हमारे लिए ख्रीस्त द्वारा उठाये गये पीड़ा के महान रहस्य को जीया। इस तरह उनकी एक बूंद करुणा की एक बड़ी नदी में परिणत हो गयी। जिसने कई मरूस्थली हृदयों को सींचा तथा विश्व के विभिन्न हिस्सों में जीवन की उर्वरता प्रदान की।″

संत पापा ने कहा कि वास्तव में प्रार्थना एक मिशन है जो समस्त मानव जाति के लिए प्रेम की आग लेकर आता है। पाद्रे पीयो का कहना था कि ‘प्रार्थना एक शक्ति है जो दुनिया बदल सकती है, मुस्कान बिखेरती तथा सभी लोगों के लिए ईश्वर की कृपा प्राप्त करती है।’

संत पापा ने प्रार्थना के बारे कहा कि यह हृदय में शांति अनुभव करने का एक अच्छा अभ्यास मात्र नहीं है और न ही उन चीजों को प्राप्त करने का साधन है जिसे हम ईश्वर से प्राप्त करना चाहते हैं किन्तु अपने स्वार्थ से ऊपर उठकर आध्यात्मिक करुणा का कार्य है जो सभी को ईश्वर के हृदय में समेट लेता है। यह विश्वास एवं प्रेम का वरदान है जिसकी आवश्यकता हमें उतनी ही है जितनी रोटी की आवश्यकता। संत पापा ने कहा कि पाद्रे पियो के अनुसार प्रार्थना एक सर्वोत्तम हथियार तथा कुँजी है जो ईश्वर के हृदय को खोल देती है। यह कलीसिया की सबसे बड़ी शक्ति है जिसे हमें कभी नहीं छोड़ना चाहिए जैसा कि धन्य कुँवारी मरियम तथा प्रेरितों ने किया, वे प्रार्थना में एक मन और एक दिल थे।

संत पापा ने सभी प्रार्थना दलों को उनके समर्पण के लिए धन्यवाद दिया तथा उनके समुदाय को ‘करुणा की शक्ति गृह’ कहा। उन्होंने प्रेम एवं विश्वास के साथ रोगियों की सेवा करने वालों के प्रति भी अपनी कृतज्ञता व्यक्त की।

विदित हो कि करुणा के दो महान संत पाद्रे पीयो तथा संत लेओपोल्द के पार्थिव शव को वाटिकन के संत पेत्रुस महागिरजाघर में लाया गया है जिसे 6 से 11 फरवरी तक विश्वासियों के दर्शन हेतु  खोल दिया गया है।








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