हाँगकाँग, शुक्रवार, 5 फरवरी 2016 (ऊकान) हाँगकाँग के कार्डिनल जोन तोंग ने चीनी नये वर्ष में दिये गये संत पापा फ्राँसिस के संदेश का समर्थन किया।
कार्डिनल तोंग ने कहा कि “एशियन टाईमस” को संत पापा का दिया गया वर्तमान साक्षात्कार
द्वितीय वाटिकन महासभा के स्वाभावानुरूप है जहां सेत पापा और उनका अधिकार क्षेत्र आधुनिक
दुनिया के साथ संबंध स्थापित करने हेतु बल देते हैं। कार्डिनल ने कहा, “यह दूसरे धर्मावलम्बियों
और अख्रीस्तीय के साथ एक ईमानदारी और मैत्रीपूर्ण वार्ता पर बल देता है।”
संत पापा के द्वारा चीन के ज्ञान और संस्कृति की प्रशंसा, वाटिकन और चीन के बीच एक संवेदनशील
मौके पर आया है।
अपने साक्षात्कार के दौरान संत पापा ने कहा था कि चीन उनके लिये सदैव ही महानता का एक
संकेतिक केन्द्र, रहा है। लेकिन एक महान संस्कृति से बढ़कर यह ज्ञान का एक अथाह देश रहा
है।
हाँगकाँग धर्मप्रान्त के न्याय और शांति परिषद् के सचिव लीना चान ने कहा कि यह साक्षात्कार
एक शिष्टाचार है। उन्होंने कहा, “पार्टी संस्कृति का उपयोग शासन को संगठित करने हेतु
कर रही है। चीन के नाम संत पापा के संदेश को विभिन्न कलीसियों ने सकारात्मक तरीके से
लिया है।”
गुंआगदोंग प्रान्त के धर्माध्यक्ष ने संत पापा के संदेश को सकारात्मक बतलाते हुए कहा,
“मैं आशा करता हूँ की हमारे संबंध में सुधार होगा और संत पापा शीघ्र ही चीन की प्रेरितिक
यात्रा हेतु आयेंगे।”
उत्तरी हेबाई, तांगशान धर्मप्रान्त के एक लोक धर्मी अगुवे, जहां ख्रीस्तीयों की जनसंख्या
सबसे अधिक करीब एक लाख हैं, ली वेन लोंग ने कहा कि आशा है राष्ट्रपति सीं जिंपिंग संत
पापा के संदेश को सुनेंगे। उन्होंने कहा, “चीन के लोग विद्वान हैं और इस करण विद्वान
लोग ईश्वर के खिलाफ मूर्खता पूर्ण कार्य नहीं करेंगे।”
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