वाटिकन सिटी, बृहस्पतिवार, 4 फरवरी 2016 (वीआर अंग्रेजी): संत पापा फ्राँसिस ने बुधवार को मेक्सिको की यात्रा के पूर्व बच्चों के एक दल द्वारा यात्रा का कारण पूछे जाने पर उन्हें जवाब देते हुए कहा कि उनके यात्रा का मुख्य कारण हैं, मेक्सिको में शांति स्थापना, ग्वादालुपे की माता मरियम तथा विस्थापितों की दयनीय स्थिति।
उन्होंने कहा कि वे मेक्सिको विचारों को बांटने नहीं जा रहे हैं और न ही कोई समाधान लेकर जा रहे हैं किन्तु एक तीर्थयात्री के रूप में अपने साथ ‘अगाध विश्वास’ तथा ‘खुला हृदय’ लेकर आ रहे हैं ताकि लोगों द्वारा जो उन्हें दिया जाए उसे स्वीकार कर सकें।
संत पापा ने मेक्सिको के लोगों की उन विशेषताओं पर गौर किया जिनके इतिहास में दुःख, सफलता, असफलता तथा खोज सम्माहित है।
उन्होंने मेक्सिको के लोगों की समृद्धि पर प्रकाश डाला तथा कहा कि वहाँ के लोग अनाथ नहीं हैं किन्तु वे ग्वादालुपे की माता मरियम के बच्चे हैं।
बच्चों के दल से बात-चीत में संत पापा ने बताया कि विगत मेक्सिको यात्रा के दौरान उन्होंने ग्वादालुपे की माता मरियम से मुलाकात की थी तथा वहाँ शांति बहाल किये जाने और हिंसा एवं भ्रष्टाचार को रोकने हेतु वार्ता की आवश्यकता महसूस की थी।
अंततः संत पापा ने विश्वास के बारे कहा कि यह येसु से मुलाकात द्वारा आता है तथा इसे बाहर फैलाये जाने की आवश्यकता है।
संत पापा ने बच्चों को ग्वादालुपे की माता मरियम के शब्दों में कहा कि ‘वे भयभीत न हों।’
ज्ञात हो कि संत पापा फ्राँसिस आगामी 12 से 18 फरवरी तक मेक्सिको की यात्रा करेंगे।
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