2016-02-03 12:23:00

दक्षिण भारत में उग्रवादियों ने किया कलीसियाई अधिकारियों पर हमला


कोची, बुधवार, 3 फरवरी 2016 (ऊका समाचार): तमिल नाड में एक काथलिक पुरोहित तथा तीन लोकधर्मी अधिकारियों पर उग्रवादी भीड़ ने तब हमला किया जब वे एक पुलिस स्टेशन के बाहर अपनी मोटर गाड़ी में सवार थे।

हमले के शिकार चारों व्यक्तियों को अस्पताल ले जाया गया है जिनमें से रामनाथपुरम सिरो मलाबार धर्मप्रान्त के कोषाध्यक्ष पुरोहित फादर जोस कानूमकूज़ी की हालत बहुत नाज़ुक बताई जा रही है।

फादर कानूमकूज़ी तथा लोकधर्मी अधिकारियों पर लगभग 35 उग्रवादियों ने उस समय हमला किया गया जब वे पुलिस स्टेशन के बाहर, कलीसिया द्वारा संचालित एक केन्द्र के पुरोहित एवं दो अन्य व्यक्तियों की गिरफ्तारी के सिलसिले में पुलिस से मुलाकात के लिये रुके हुए थे।

धर्मप्रान्त के प्रवक्ता फादर जॉनसन विपट्टूपरमपिल ने बताया कि हमला होते ही कलीसिया के चारों व्यक्ति अपनी कार से वहाँ से निकलने लगे किन्तु हमला जारी रहा। उन्होंने बताया कि इसी बीच फादर कानूमकूज़ी सड़क पर गिर गये जहाँ हमलावरों ने लाठियों एवं लातों से उनकी पिटाई की तथा उन्हें मार डालने की कोशिश की। उन्होंने बताया कि उग्रवादियों ने लगभग ढाई किलो मीटर तक कलीसिया के चारों व्यक्तियों पर हमला किया तथा उनके फोन आदि चुरा लिये।

प्रवक्ता फादर विपट्टूपरमपिल ने कहा कि लोगों ने भी हमले के शिकार व्यक्तियों की मदद का दुस्साहस नहीं किया तथा पुलिस भी न तो घटनास्थल पर पहुँची और न ही उसने एम्ब्यूलेन्स बुलाई। बाद में वे पैदल चलकर पुनः पुलिस स्टेशन लौटे।

फादर विपट्टूपरमपिल ने पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा, "पुलिस ने जख्मी कलीसियाई अधिकारियों को मीडिया के समक्ष पेश किया और मीडिया ने उनकी तस्वीरें खींची  मानों वे ही अपराधी हों।" 

फादर विपट्टूपरमपिल ने कहा, "यह घटना स्पष्ट रूप से दर्शाती है कि भारत के कोई भी भाग में अल्पसंख्यक लोग सुरक्षित नहीं हैं।। उन्होंने इस बात की ओर ध्यान आकर्षित कराया कि 2014 से जब से केन्द्र में हिन्दू दलों द्वारा समर्थित भारतीय जनता पार्टी सत्ता में आई है तब से ख्रीस्तीयों एवं मुसलमानों पर कई हमले हुए हैं।








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