2016-01-22 15:44:00

संत पापा ने सूडान के धर्माध्यक्षों से मुलाकात की


वाटिकन सिटी, शुक्रवार, 22 जनवरी 2016 (सेदोक) संत पापा फ्राँसिस ने बुधवार को सूडान और दक्षिणी सूडान के धर्माध्यक्षों से मुलाकात की।

लोगों के बीच सुसमाचार प्रचार हेतु गठित परमधर्मपीठीय समिति के साथ सभा में भाग लेने आये सूडान के धर्मध्यक्षों से मुलाकात के दौरान उनके सूडान की प्रेरितिक यात्रा हेतु आग्रह करने पर संत पापा ने कहा, “ मैं तैयार हूँ, मैं चहता हूँ, मेरी अभिलाषा है लेकिन हमें सारी चीजों को ईश्वर के हाथों में छोड़ देना है।”

जोवा के महाधर्माध्यक्ष पौलीनो लूकूदू लोरो ने वाटिकन रेडियो 105 के साथ एक सक्षात्कार में कहा, “शांति दोनों देशों के लिए एक अहम मुद्दा है क्योंकि हमारे बीच युद्ध छिड़ा हुआ है।”

ज्ञात हो की दक्षिणी सूडान ने दशकों तक गृहयुद्ध के उपरान्त सन् 2011 में सूडान से स्वत्रंता पाई जिसमें दो लाख से अधिक लोग मारे गये। स्वत्रंतता प्राप्ति के उपरान्त शांति की शुरूआती संभावनाएँ दिख रही थीं लेकिन 2013 में पुनः गृह युद्ध शुरू हो गया जिसमें हजारों की संख्या में लोग मारे गये और एक लाख से अधिक लोगों को विस्थापित होना पड़ा।

महाधर्माध्यक्ष लोरो ने कहा, “शांति के बिना धर्म के लिए कठिनाइयाँ हैं।” उन्होंने कहा कि कलीसिया को रिक्त धर्मप्रान्तों की चिन्ता करनी चाहिए और स्थानीय विश्वासियों की सेवा हेतु आगे आना चाहिए। उन्होंने कहा कि हमें अपने धर्मसमाज के अधिकारियों से विचार-विमार्श करना चाहिए कि हम कैसे अपने लक्ष्यों को प्राप्त कर सकते हैं। हमारी तरफ से बहुत सारे सवाल हैं कि हमें कैसे शुरु करना है।

दक्षिणी सूडान में एक महाधर्मप्रान्त के अलावे और छः सह-धर्मप्रान्त हैं। धर्माध्यक्षगण सूडान काथलिक धर्माध्यक्ष सम्मेलन के अंग हैं जो सूडान के धर्माध्यक्षों को भी समाहित करता है।

दक्षिणी सूडान में काथलिकों के संख्या एक तिहाई हैं जबकि सूडान में कथलीकों की जनसंख्या मात्र तीन प्रतिशत है वही अधिकतर लोग मुस्लिम हैं।








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