2016-01-13 10:24:00

ओडिशा में ख्रीस्तीय विरोधी हिंसा के शिकार व्यक्तियों का सन्त प्रकरण शुरु


ओडिशा, बुधवार, 13 जनवरी 2016 (ऊका समाचार): कटक-भूबनेश्वर के महाधर्माध्यक्ष जॉन बरवा ने उन ख्रीस्तीयों का सन्त प्रकरण आरम्भ किया है जो 2008 में ख्रीस्तीय विरोधी हिंसा के शिकार बने थे। 

2008 में ओडिशा के कन्धामाल ज़िले में एक हिन्दू चरमपंथी नेता की हत्या के बाद कई माह तक ख्रीस्तीय धर्मानुयायियों को हिन्दू चरमपंथियों की हिंसा का सामना करना पड़ा था। जिसमें कम से कम 100 ख्रीस्तीय विश्वासियों की हत्या कर दी गई थी तथा लगभग 56,000 ख्रीस्तीय विस्थापित हो गये थे। इसके अलावा कम से कम 365 गिरजाघर एवं लगभग 6,500 ख्रीस्तीय आवासों को आग के हवाले कर दिया गया था।

मुम्बई के महाधर्माध्यक्ष, कार्डिनल ऑसवल्ड ग्रेशियस ने हिंसा के शिकार बने कन्धामाल के ख्रीस्तीयों की सन्त घोषणा के लिये प्रक्रिया को आधिकारिक अनुमति प्रदान कर दी है तथा महादर्माध्यक्ष जॉन बरवा को इस प्रक्रिया की देखरेख का कार्यभार सौंपा है।

ऊका समाचार से महाधर्माध्यक्ष जॉन बरवा ने कहा, "कन्धामाल के शहीदों की सन्त प्रकरण प्रक्रिया आरम्भ करना, उनके सगे-सम्बन्धियों तथा ओडिशा की सम्पूर्ण कलीसिया के लिये, गौरव का विषय है। हिंसा के शिकार बने हमारे स्त्री पुरुष और बच्चों को अपने विश्वास के ख़ातिर अपने प्राणों की आहुति देनी पड़ी, वे वास्तव में कलीसिया के शहीद हैं।"    








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