2016-01-11 12:14:00

माता-पिता दे सकते हैं बच्चों को विश्वास की महान विरासत


वाटिकन सिटी, सोमवार, 11 जनवरी 2016 (सेदोक): सन्त पापा फ्राँसिस ने कहा है कि बच्चों को विश्वास में पोषित कर माता-पिता उनके लिये महान विरासत छोड़ सकते हैं।  

रविवार, 10 जनवरी को प्रभु येसु मसीह के बपतिस्मा महापर्व के अवसर पर वाटिकन स्थित सिस्टीन प्रार्थनालय में 26 नवजात शिशुओं को बपतिस्मा संस्कार प्रदान कर सन्त पापा फ्राँसिस ने ये शब्द कहे। ख्रीस्तयाग प्रवचन में उन्होंने विश्वास के वरदान की केन्द्रीयता पर चिन्तन किया।

अभिभावकों से उन्होंने कहा, "आपने अपने बच्चों के लिये बपतिस्मा संस्कार का निवेदन किया है, आपने विश्वास का निवेदन किया है। जब कलीसिया आपको प्रज्वलित मोमबत्ती प्रदान करती है तब वह आपसे कहती है कि आप इन बच्चों में विश्वास की ज्योति जलाये रखें। याद रखिये सबसे महान धरोहर जो आप बच्चों को दे सकते हैं वह है विश्वास। विश्वास को सदैव जीवित रखने के लिये आप पूरी कोशिश करें ताकि वह खो न जाये, उसे पोषित करें तथा उसे उनके लिये अपनी धरोहर बनायें।" 

सन्त पापा ने स्मरण दिलाया, "जन्म के चालीस दिनों बाद येसु को मन्दिर में लाया गया था। मरियम और योसफ उन्हें मन्दिर में अर्पण के लिये ले गये। आज प्रभु के बपतिस्मा के पर्व के दिन, आप मातापिता अपने बच्चों को बपतिस्मा संस्कार दिलवाने के लिये लाये हैं। आप में से प्रत्येक ने घोषित किया है कि आप अपने बच्चे के लिये विश्वास का वरदान चाहते हैं, इस प्रकार विश्वास समय के अन्तराल में एक विशेष बन्धन बन जाता तथा पीढ़ी दर पीढ़ी प्रसारित होता रहता है।"

सन्त पापा ने कहा कि समय बीतने के साथ-साथ इन बच्चों की जगह आपके नाती पोती ले लेंगे और वे भी अपनी सन्तानों के लिये विश्वास के वरदान का आग्रह करेंगे, उस विश्वास का आग्रह जो बपतिस्मा द्वारा हमें प्रदान किया जाता है। वह हमारे हृदयों में पवित्रआत्मा के आगमन को सम्भव बनाता है।

उन्होंने आशा व्यक्त की कि अपनी सन्तानों के लिये बपतिस्मा का आग्रह करनेवाले माता-पिता उनमें विश्वास के बीज आरोपित करने तथा उन्हें विश्वास में पोषित करने में सफल होंगे।  








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