ढ़ाका, शुक्रवार, 08 जनवरी, 2016 (ऊकान न्यूज), बंगला देश विगत साल इतालवी पुरोहित पर गोली चलाने और मन्दिर में बम फेंकने के आरोप में दो कट्टरपंथियों को हिरासत में लिया गया है।
पुलिस ने मुहम्मद सरवाज और अब्दुल रहमान दो आरोपियों को गिरफ्तार कर 04 जनवरी को मुख्य न्यायलय कोर्ट दीनाजपुर में पेश किया जिनका तल्लुकात जामातुल मुजाहीदिन बंगला देश से हैं ।
रेदवानूर रहीम, पुलिस प्रवक्ता ने उका समाचार को बलताया, “अब्दुर रहमान ने न्यायालय
के समक्ष मन्दिर में बम फेंकने के दोष को कबूल किया है।” उन्होंने कहा कि इस सन्दर्भ
में आने वाले दिनों में और भी गिरफ्तार होंगे।
जबकि 18 नवम्बर को तीन लोगों ने विदेश में प्रेरित कार्य हेतु धर्माध्यक्षीय संस्थान
के 64 वर्षीय, इतालवी पुरोहित पारोलारी पियेरो पर दीनाजपुर शहर के बाहर गोलियाँ चलाई
थीं। फादर पियेरो जो पेशेवर चिकित्सक का प्रेरितिक कार्य करते हैं तीन दशकों से बंगला
देश में कार्यरत हैं। आक्रमण के बाद उन्हें ढ़ाका ले जाया गया और उसके बाद 30 नवम्बर
को वे चिकित्सा और स्वास्थ्य लाभ हेतु इटली चले गयें।
फादर पियेरो के अलावा दर्जनों पुरोहितों को धमकी, दो धर्मध्यक्षों, प्रोटेस्टन्ट प्रचारकों और काथलीक संस्थानों में कार्यरत लोगों को मिल रही धमकियाँ मिल रहीं हैं। इन सभी धमकियों के पीछे इस्लामिक कट्टरपंथियों की संलिप्तता बतलायी जाती है।
10 दिसम्बर को करीब एक अन्य घटना में 15 लोग घालय हो गये थे जब हथियारबन्द लोगों ने खारूल मन्दिर में भक्तजनों पर अधाधुन्ध गोलियाँ चलायीं।
पुलिस ने शारीफुल इसलाम और मुहम्मद मुसब्बीर दो उग्रवादियों को गिरफ्तार किया है। शारीफुल ने मन्दिर में आक्रमण की बात स्वीकार की है फादर पर भी व्यक्तिगत रूप से आक्रमण की बात कही है।
दीनाजपुर न्याय सम्मेलन के सचिव फादर अन्तोनी सेन ने कहा, “धर्मप्रान्त में विदेशी
मिशनरियों की संख्या काफी तदाद में हैं लेकिन फादर पियेरो पर आक्रमण के बाद उन्हें गुप्त
रूप से रहना पड़ता है। उन्हें उचित सुरक्षा मिल रही है लेकिन सुरक्षा के कारण कलीसिया
के प्रेरित कार्य प्रभावित हो रहे हैं।”
उन्होंने कहा, “पुलिस मुख्य अभियुक्तों को गिरफ्तार करने में कोतही बरत रही है, फिर भी
हम आशा करते हैं की हमें न्याय मिलेगा और अल्पसंख्यकों और ख्रीस्तीये देश में शांति से
जीवनयापन कर पायेंगे।”
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