2015-12-23 12:10:00

मादक पदार्थों की आसक्ति पर कलीसिया मौन नहीं रह सकती, कार्डिनल पारोलीन


वाटिकन सिटी, बुधवार, 23 दिसम्बर 2015 (सेदोक): वाटिकन राज्य सचिव कार्डिनल पियेत्रो पारोलीन ने कहा है कि कलीसिया उन लोगों का परित्याग नहीं कर सकती जो मादक पदार्थों के जाल में फँस गये हैं।

रोम स्थित डॉन मारियो पिक्की एकात्मता केन्द्र में मंगलवार को करुणा की जयन्ती के उदघाटन के उपलक्ष्य में कार्डिनल पारोलीन ने ख्रीस्तयाग अर्पित किया जिसमें मादक पदार्थों से आसक्त लोगों एवं उनके परिवारों ने भाग लिया।

कार्डिनल महोदय ने ख्रीस्तयाग प्रवचन में कहा, "हम स्वतः को केवल उपचार तक सीमित नहीं कर सकते, हमें निवारण हेतु प्रयास करने होंगे। हमारे समक्ष युवाओं के कई उदाहरण हैं जो मादक पदार्थों की आसक्ति को पराजित करना चाहते हैं तथा अपने जीवन का पुनर्निर्माण करना चाहते हैं। यह विश्वास के साथ भविष्य की ओर देखने का प्रेरक है।"

कार्डिनल ने कहा कि येसु ख्रीस्त में विश्वास पीड़ित युवाओं को उनकी इस कमज़ोरी को अभिभूत करने में मदद देगा।

मादक पदार्थों की आसक्ति से ग्रस्त लोगों को सम्बोधित कर उन्होंने कहा, "दाग़ों से भरा आपका जीवन आपकी अकथनीय पीड़ा की कहानी सुनाता है किन्तु साथ ही वह आपके अन्तर में सम्पादित येसु ख्रीस्त के पुनरुत्थान की भी कहानी है। अब आप येसु के साथ नवजीवन के लिये एक बार फिर जी उठे हैं। एम्माऊस के शिष्यों के साथ आप भी अब अपने गुरु और प्रभु के संग-संग चलने को तैयार हैं ताकि फिर कभी आप उन ग़लतियों को न करें जो अतीत में आपसे हो गई हैं।"

कार्डिनल महोदय ने मादक पदार्थों से पीड़ित लोगों को आश्वासन देते हुए कहा, "इस बुरे चक्र से आप बाहर निकलना चाहते हैं तथा इस संघर्ष में आप अकेले नहीं हैं, कलीसिया आपके साथ है।"

इस बात पर बल देकर कि कलीसिया मादक पदार्थों से जुड़े संकट के प्रति उदासीन नहीं रह सकती कार्डिनल पारोलीन ने सन्त पापा फ्राँसिस के शब्दों को उद्धृत किया और कहा, "मादक पदार्थ एक बुराई है जिस पर हम किसी प्रकार का समझौता नहीं कर सकते।"

उन्होंने इस बात की ओर भी ध्यान आकर्षित कराया कि कथित "सॉफ्ट ड्रग्स" को वैधसंगत बनाना भी व्यर्थ है क्योंकि इससे भी मादक पदार्थों से होनेवाली क्षति को कम नहीं किया जा सका है।








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