2015-12-22 11:35:00

करुणा पाकिस्तान के लिये अनिवार्य, धर्माध्यक्ष अरशद जोसफ़


फैसलाबाद, मंगलवार, 22 दिसम्बर 2015 (एशियान्यूज़): पाकिस्तान में फैसलाबाद स्थित सेन्ट पीटर एण्ड पौल महागिरजाघर का पवित्र द्वार खोलते हुए रविवार को धर्माध्यक्ष अरशद जोसफ़ ने कहा कि पाकिस्तान को करुणा की नितान्त आवश्यकता है।

उन्होंने कहा, "आतंकवाद से घायल एवं असहिष्णुता से प्रदूषित पाकिस्तान, शांति और आशा के सन्देश के लिये, तरस रहा है।"

एशियान्यूज़ से धर्माध्यक्ष जोसफ़ ने कहा, "इस परिवेश में, दया की भावना को पोषित करना तथा सद्भाव, सहिष्णुता, भाईचारे और क्षमा को प्रोत्साहन देना महत्वपूर्ण है।"

उन्होंने कहा कि सन्त पापा फ्राँसिस द्वारा घोषित करुणा को समर्पित जयन्ती वर्ष के दौरान पाकिस्तान के सभी धर्मप्रान्तों की पल्लियाँ दया और उदारता को बढ़ावा देने के उद्देश्य से विशिष्ट कार्यक्रमों का सम्पादन करेंगी। इस वर्ष के दौरान पाकिस्तानी काथलिक स्कूलों में भी शिक्षा द्वारा नैतिक एवं मानवीय मूल्यों को पोषित करने का प्रयास किया जायेगा।

उन्होंने कहा, "करुणा की जयन्ती पाकिस्तान के लिये तथा सम्पूर्ण विश्व के लिये क्षमा एवं पुनर्मिलन का एक स्वर्णिम अवसर है।"

ग़ौरतलब है कि पाकिस्तान में ख्रीस्तीय धर्मानुयायी अल्पसंख्यक हैं जिन्होंने कई अवसरों पर उनके विरुद्ध भेदभाव की शिकायत की है। पाकिस्तान के ईश निन्दा कानून की आड़ में प्रायः ख्रीस्तीयों को हिंसा, गिरफ्तारी एवं हत्या का भी शिकार बनना पड़ा है।  








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