नई दिल्ली, शनिवार, 19 दिसम्बर 2015 (ऊकान): भारत सरकार ने आश्वासन दिया है कि वह देश के ख्रीस्तीय समुदाय को अत्याचार के खिलाफ न्याय एवं सुरक्षा प्रदान करेगा।
गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कहा, ″हम हमेशा ख्रीस्तीय समुदाय के साथ हैं और रहेंगे इस पर किसी तरह का संदेह नहीं होना चाहिए।″
गृहमंत्री ने यह बात नई दिल्ली में 17 दिसम्बर को भारतीय काथलिक धर्माध्यक्षीय सम्मेलन द्वारा आयोजित ख्रीस्त जयन्ती भोज के दौरान अपना वक्तव्य पेश करते हुए कही।
गिरजाघरों पर हुए हाल के आक्रमणों की याद कर उन्होंने कहा कि वे घटनाएं साजिश के तहत हो सकते हैं अथवा संयोग किन्तु सभी आक्रमण दिल्ली विधानसभा चुनाव के पूर्व हुए और अब अचानक बंद हो गये हैं। मैं खुद इसे समझने में असमर्थ हूँ।″
विदित हो कि गिरजाघरों में आक्रमण की शुरूआत संत सेबास्तियन गिरजाघर जलाये जाने के साथ शुरू हुई थी जिसके दो महीने बाद कई आक्रमण हुए।
उन्होंने कहा कि हो सकता है कि कुछ लोग सम्प्रदायिकता की भावना फैलाने का प्रयास कर रहे हों किन्तु मैं जिस धर्म का सदस्य हूँ वह प्रेम एवं शांति का संदेश देता है। उन्होंने कहा कि ख्रीस्तीय परम्परा एवं संस्कृति काफी हद तक ख्रीस्तीयता से मिलती-जुलती है।
ख्रीस्त जयन्ती के उपलक्ष में आयोजित भोज में कार्डिनल ऑस्वल्ड ग्रेसियस, कार्डिनल बेसलियोस क्लेमिस तथा कार्डिनल तेलेस्फोर पी टोप्पो के साथ भारत के अन्य धर्माध्यक्ष एवं वाटिकन राजदूत आवास के अधिकारी उपस्थित थे।
सी बी सी आई के अध्यक्ष कार्डिनल क्लेमिस ने कहा कि धार्मिक एवं सांस्कृतिक तनाव के बावजूद एक आम पृष्ट भूमि है प्रेम की भावना जिसपर मानव समाज आशाओं एवं आकांक्षाओं का निर्माण कर सकती है।
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