2015-12-11 15:45:00

वाटिकन के येसु बांबीनी बच्चों के अस्पताल ने पवित्र द्वारा का निर्माण किया


वाटिकन सिटी शुक्रवार 11 नवम्बर, 2015 (सेदोक) वाटिकन द्वारा संचालित रोम के जीसु बाँबीनी अस्पताल ने अपने मरीजों को करूणा की जयन्ती के अवसर पर स्वयं के लिए पवित्र द्वार का निर्माण करने की अनुमति दी है। अस्पताल जानीकोलोम पर्वत पर स्थित है जहाँ से संत पेत्रुस के महागिरजाघर को देखा जा सकता है लेकिन बच्चों की अस्वस्थता के कारण वे उसे नहीं देखने जा सकते। अतः अस्पलात प्रबंधन ने बच्चे को अपनी कल्पना के अनुरूप संत पेत्रुस महागिरजा का द्वार बनाने की अनुमति दी है जो की पुराने विधान के दृश्यों पर आधारित है।

यह परियोजना बच्चों के अपनी विचारों, कल्पनाशक्ति, चित्राकंन की कला और बाईबिल के इतिहास और आध्यात्मिकता को रेखांकित करने की छूट प्रदान करता है।

जीसु बांबीनी के पुरोहित ने कहा कि यह युवा मरीजों और उनके परिवारों को एक अवसर प्रदान करना है ताकि वे भी अपने को करूणा और प्रेममय समुदाय का अंग मान सकें और विशिष्ट जयन्ती वर्ष में सहभागी हो सकें।

फादर लूईगी ने कहा, आत्मपरिवर्तन और दुःख में एक गहरा संबंध जिसे हमें अपने जीवन के विशेष क्षणों में अनुभव करते हैं। दुःख केवल शारीरिक कष्ट नहीं है लेकिन यह आन्तरिक दर्द है जो समझ की कमी को दिखाता है। ईश्वर की आत्मा जितना हमारे अन्दर निवास करता है उतना कम दुःख का अनुभव हम करते हैं क्योंकि हम अपने में अकेलेपन का अनुभव नहीं करते है।

उन्होंने कहा कि पवित्र आत्मा हमारी शक्ति और उजियाला है और उसके साथ हमारा संबंध हमें दुःखों को सहाने में मददगार सिद्ध होता है। पवित्र द्वार की निशानी का महत्व जो की प्रतीकात्मक है हमें दुःखों में येसु से जुड़ने में मदद करता है।

ज्ञात हो की 17 दिसम्बर को अस्पताल गिरजेघर का द्वार धर्माध्यक्ष जीनो रीयाले के द्वारा खोला जायेगा जो कि धर्मप्रान्त में चौथा पवित्र द्वार होगा।

 








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