2015-11-20 15:10:00

भारतीय सलेशियन पुरोहित का वाटिकन शिक्षा सम्मेलन में वार्ता


वाटिकन सिटी, शुक्रवार 20 नवम्बर 2015 (ऊका न्यूज) वाटिकन द्वारा सेन्ट्रो मरियापोली कासलग्रन्दोलओफो मेंअयोजित विश्व शिक्षण सम्मेलन में, डॉन बास्को महाविद्याल असम के उप-कुलपति एक भारतीय सलेशियन पुरोहित सटीफन मभेली ने “प्रेम का नवीकरणः शिक्षण आज और कल” विषय पर अपना व्याख्यान दिया।

वाटिकन काथलिक शिक्षण संस्थान के अध्यय कार्डिलन ए. भीचेनजो जानी ने कहा कि इस सम्मेलन का उद्देश्य “कलीसिया की शिक्षण सेवा को नये जोश से भरना है।” 

इस सम्मेलन के साथ काथलिक कलीसिया शिक्षण संस्थान सम्मेलन द्वितीय वाटिकन महासभा द्वारा घोषित विश्व पत्र “ ग्रभीसियुस एडुकातीयोनिस ” की अपनी 50वीं और अपोस्तोलिक कान्सटीटूशन एक्स कोरदे एक्लेसिये की 25वीं वर्षगांठ मना रहा है।  

सलेशियन फा. ने कहा, “ये कलीसियाई विश्व पत्र शिक्षा के क्षेत्र में कलीसिया की आशाओं को व्यक्त करते हैं।” सम्मेलन की सामयिकता को लेकर मावेली ने कहा,“मैं सोचता हूँ कि कलीसिया के शिक्षण संस्थान बहुधा अपने प्रेरितिक लक्ष्य विद्यार्थियो, शिक्षकों और परिवार के लोगों की शिक्षा-दीक्षा से भटक जाते हैं- जो हमारी एकजुट यात्रा है।”  

काथलिक विश्व प्रत्रों के संदर्भ में उन्होंने कहा, “ये दो विश्व पत्र काथलीक शिक्षण की आधारशिला हैं जो शिक्षा के सार और शिक्षण संस्थानों में कार्यरत शिक्षकों के उत्तरदायित्व , से संबंधित  हैं तथा विद्यार्थियों में विश्वास को मजबूती प्रदान करते हैं।”  

विदित हो की दुनिया भर में करीब 2 लाख 14 हजार काथलीक विद्यालय हैं जिनमें  59 से 60 लाख विद्यार्थी अध्ययनरत हैं जबकि हमारे काथलीक कॉलेजों और महाविद्यालयों की संख्या 1365 है वही करीबन 500 परमधर्मपीठीय संस्थानों का संचालन हम करते हैं।
 








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