2015-11-14 16:08:00

संत पापा ने ‘जेस्विट शरणार्थी सेवा’के सदस्यों से मुलाकात की


वाटिकन सिटी, शनिवार, 14 नवम्बर, 2015 (वीआर सेदोक): वाटिकन स्थित क्लेमेंटीन सभागार में संत पापा फ्राँसिस ने शनिवार 14 नवम्बर को ‘जेस्विट शरणार्थी सेवा’ के 160 सदस्यों से मुलाकात कर उनके कार्य को शरणार्थियों के बीच आशा जगाने का महत्वपूर्ण कार्य कहा तथा अपने कार्य में सदा पवित्र परिवार का मिश्र देश पलायन की घटना से प्रेरणा ग्रहण करने की सलाह दी।

उन्होंने कहा, ″’जेस्विट शरणार्थी सेवा’ शरणार्थियों को आशा तथा सम्भावनाएँ प्रदान कराता है विशेषकर, शिक्षण कार्य द्वारा, जिसके द्वारा लोगों की एक बड़ी संख्या तक आप पहुँचते हैं जो कि एक अतयन्त महत्वपूर्ण कार्य है।″ उन्होंने कहा कि शिक्षा प्रदान करना, अवधारणाओं के वितरण से बढ़कर है जो शरणार्थियों को न केवल जीवित रखता किन्तु आशा को बनाये रखने, भविष्य पर विश्वास करने तथा योजना बनाने की शक्ति प्रदान करता है। संत पापा ने संस्था को उनके परम लक्ष्य के लिए धन्यवाद दिया जो शरणार्थियों में आत्मविश्वास, अपनी क्षमताओं को परखने तथा अपने व्यक्तिगत एवं सामुदायिक अधिकारों की रक्षा करने की भावना जागृत करता है।

संत पापा ने ‘जेस्विट शरणार्थी सेवा’ को उनके कार्यों के लिए प्रोत्साहन देते हुए कहा, ″आप जब शरणार्थियों को शिक्षा देने के कार्य में से जुड़े हैं, पवित्र परिवार का स्मरण करेः माता मरिया, संत जोसेफ तथा बालक येसु का जिन्होंने हिंसा से बचने के लिए मिश्र देश पलायन कर, विदेशियों के बीच शरण लिया था।″ संत पापा ने उन्हें येसु के आशीर्वचन की भी याद दिलायी जो कहता है धन्य हैं वे जो दयालु हैं उन पर दया की जाएगी।

विदित हो कि जेस्विट रेफ्यूजी सर्विस’ शरणार्थियों को शरण एवं शिक्षा प्रदान करने के कार्य में संलग्न है जो अपनी स्थापना का 31 वीं वर्षगाँठ मना रहा है। इस संस्था की स्थापना जेस्विट सोसाईटी के पूर्व शीर्ष अधिकारी फादर पेद्रो अरूपे ने दक्षिण वियेतनाम के शरणार्थियों की दुर्दशा दो देखते हुए की थी। यह वर्तमान में 10 विभिन्न क्षेत्रों के 55 देशों की परियोजनाओं में कार्यरत है।








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