2015-10-31 16:16:00

श्रीलंका के प्रथम कार्डिनल संत बनने की राह पर


कोलम्बो, शनिवार, 31 अक्टूबर 2015 (ऊकान्युज़) “हमारे पास पर्याप्त साक्ष्य हैं और चिकित्सक यदि इसे प्रमाणित करते हैं कि यह चमत्कार है तो हम प्रक्रिया शुरू करेंगे।” उक्त बातें, धन्य घोषण हेतु निरीक्षण दल के एक सदस्य थैया निसंका ने कही, जो ईश्वर के सेवक श्रीलंका के प्रथम कार्डिनल थोमस बेनजामिन कोवोरे की धन्य घोषणा हेतु काम कर रहे हैं।

29 अक्टूबर को कार्डिनल की 27वीं बरसी की श्रद्धांजलि प्रार्थना सभा में उन्होंने श्रीलंका के थेवेत्ता माता मरिया के महागिरजा घर में यह घोषणा की कि निरीक्षण दल के पास कार्डिनल के धन्य घोषणा हेतु पर्याप्त साक्ष्य हैं।

रगामा के 54 वर्षीय नामाली आन्तोनी ने अपनी बेटी के बारे में इस बात का साक्ष्य दिया कि चिकित्सकों ने उनकी 34 वर्षीय बेटी के स्तन में गाँठ का पता लगाया और तब से प्रतिदिन कार्डिनल की मध्यस्थता से प्रार्थना करने पर उनकी सुपुत्री को स्तन कैंसर से चंगाई मिली है। यह चंगाई हमारे लिये कार्डिनल की ओर किया गया चमत्कार है।

विदित हो कि ईश सेवक थोमस बेनजामिन 1965 में देश के प्रथम कार्डिनल नियुक्त किये गये। इसके पहले वे कोलम्बो महाधर्मपान्त में सहायक धर्माध्यक्ष के रूप में सन् 1945 से अपनी सेवाएं दी थीं। सन् 1976 में 86 वर्ष की आयु में उनका देहांत हो गया और सन 2010 में उन्हें ईश सेवक घोषित किया गया।








All the contents on this site are copyrighted ©.