2015-10-22 16:51:00

संत पापा का संत मर्था में मिस्सा के दौरान दिया गया प्रवचन


वाटिकन सिटी, बृहस्पतिवार, 22 अक्तूबर 2015 (वीआर सेदोक): “हम सोचते कि पवित्रता हमारे प्रयास का प्रतिफल है लेकिन नहीं।” यह बात संत पापा फ्राँसिस ने वाटिकन स्थित प्रेरितिक आवास संत मर्था के प्रार्थनालय में ख्रीस्तयाग अर्पित करते हुए प्रवचन में कही।

उन्होंने कहा कि जो प्रयास हम प्रति दिन करते हैं जिससे कि हम अपने प्रभु की सेवा अपनी सारी आत्मा, सारे हृदय, अपनी सारी शक्ति और जीवन से कर सकें। इस तरह जब हम पवित्र आत्मा के लिए द्वार खोलते हैं तो वे हमारे जीवन में प्रवेश करते और हमें बचाते हैं क्योंकि वे येसु ख्रीस्त में हमारे लिये एक उपहार हैं।

संत पापा ने एक सच्चे ख्रीस्तीय जीवन का उदाहरण देते हुए कहा कि कुछ महीनों पहले मैं एक नारी से मिला जो जवान और अच्छे परिवार से थी। वह कैंसर ग्रस्त थी, गभीर रूप से बीमार होने के बावजूद वह खुश मिज़ाज थी मानो वह पूरी तरह सुस्वस्थ हो। उसने कहा, “संत पापा मैंने कैंसर से विजय पाने के हेतु सब कुछ ईश्वर को चढ़ा दिया है।” संत पापा ने कहा कि यही है ख्रीस्तीय जीवन। हमने येसु में जीवन का उपहार पाया है और हमें पाप से मुक्ति मिली हैं। पवित्र आत्मा में हमें नये जीवन का उपहार मिला है और हमें दूसरों के साथ यही करने की आवश्यकता है। हर दिन, हर रोज हम अच्छाई की ओर एक-एक कदम बढ़ायें।

पवित्र आत्मा हमारी सहायता करते हैं ताकि हम पापों में न गिरे वरन् ईश्वरीय कृपा में बढ़ते हुए येसु को प्राप्त कर सकें। संत पापा ने विश्वासियों से आग्रह किया कि हम अच्छा बनने के लिए ईश्वर से कृपा की याचना करें क्योंकि येसु ख्रीस्त में हमें पवित्र आत्मा द्वारा बहुत सारी कृपाएँ और वरदान मिलते हैं।








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