वाटिकन सिटी, बुधवार, 21 अक्टूबर 2015 (सेदोक): स्पेन के कार्डिनल लूईज़ मार्तिनेज़ ने कहा है कि विवाह संस्कार प्रदान करने से पूर्व युवा दम्पत्तियों को विवाह सम्बन्धी धर्मशिक्षा प्रदान कर वैवाहिक जीवन के लिये तैयार करना नितान्त आवश्यक है।
स्पेन के कार्डिनल लूईज़ मार्तिनेज़, मेक्सिको के कार्डिनल आलबेर्तो स्वारेज़ इन्डा तथा दक्षिण अफ्रीका के कार्डिनल विलफ्रिड नेपियर ने, मंगलवार को, वाटिकन में 25 अक्टूबर तक जारी विश्व धर्माध्यक्षीय धर्मसभा में विचाराधीन मुद्दों को प्रेस के समक्ष प्रस्तुत किया।
स्पेन के कार्डिनल लूईज़ मार्तिनेज़ ने इस बात की ओर ध्यान आकर्षित कराया कि युवा दम्पत्तियों में एक साथ रहने तथा परिवार बसाने का उत्साह समाया रहता है किन्तु विवाह को स्थायी बनाने हेतु उनमें परिपक्वता नहीं होती। अस्तु, उन्होंने कहा, "हमें यह सुनिश्चित्त करना होगा कि उनका विवाह स्थायी रहे और इसके लिये तैयारी की नितान्त आवश्यकता है।" उन्होंने कहा, "उपचार से बेहतर है निवारण।"
दक्षिण अफ्रीका के कार्डिनल विलफ्रिड नेपियर ने इस बात पर सहमति जताई कि विवाह के लिये तैयारी अनिवार्य है। उन्होंने कहा, "युवा दम्पत्तियों को विवाहित जीवन के लिये तैयार करना हमारे समक्ष प्रस्तुत एक महान चुनौती है क्योंकि धर्मसमाजी अथवा समर्पित जीवन के समान ही वैवाहिक जीवन भी एक बुलाहट है, यह एक मिशन है जिसकी तैयारी के लिये कुछेक महीने पर्याप्त नहीं होते हैं।" इसके लिये, उन्होंने कहा, "प्रशिक्षण की ऐसी प्रक्रिया की आवश्यकता है जिसके दौरान विवाह के इच्छुक व्यक्ति, विवाह के अर्थ को पूरी तरह समझ सकें तथा इस मिशन के निर्वाह के लिये तैयार हो सकें।"
इस सन्दर्भ में मेक्सिको के कार्डिनल स्वारेज़ इन्डा ने कहा कि सन्त पापा फ्राँसिस ने धर्माध्यक्षों को यह कार्यभार सौंपा है कि हम ज़िम्मेदारी के साथ अपने-अपने धर्मप्रान्तों के दयावान न्यायकर्त्ता बनें तथा अपने सभी कार्यों में करुणावान कलीसिया के साक्षी बनें। उन्होंने कहा कि युवाओं को उपयुक्त प्रशिक्षण देकर तथा उनकी कठिनाइयों के साथ एकात्मता दर्शा कर ही हम काथलिक विवाहों को सफल बना सकेंगे।
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