2015-10-20 12:11:00

परिवार पर विश्व धर्माध्यक्षीय धर्मसभा के 12 वीं प्रेस ब्रीफिग में


वाटिकन सिटी, मंगलवार, 20 अक्टूबर 2015 (सेदोक): वाटिकन में 05 से 25 अक्टूबर तक परिवार पर जारी विश्व धर्माध्यक्षीय धर्मसभा अपने अन्तिम सप्ताह में पहुँच चुकी है।

वाटिकन के प्रवक्ता फादर फेदरिको लोमबारदी ने सोमवार को पत्रकारों को बताया कि 19 एवं 20 अक्टूबर को धर्मसभा के आचार्य अपने-अपने दलों में विचारों का आदान-प्रदान कर रहे थे।

सोमवार की प्रेस ब्रीफिंग में इटली के महाधर्माध्यक्ष एनरिको सोल्मी, ऑस्ट्रेलिया के महाधर्माध्यक्ष मार्क कोलरिज तथा जैरूसालेम के लातीनी प्राधिधर्माध्यक्ष फोआद त्वाल ने पत्रकारों को सम्बोधित किया। इनमें पुनर्विवाहित एवं तलाकशुदा दम्पत्तियों को परमप्रसाद की अनुमति देना न देना प्रश्न सर्वोपरि रहा। तीनों धर्माचार्यों ने मानवीय अनुभव के महत्व पर प्रकाश डाला।

महाधर्माध्यक्ष सोल्मी ने कहा कि धर्मसभा में सभी क्षेत्रों की बातों को सुना जा रहा था तथा विभिन्न महाद्वीपों के धर्माध्यक्ष अपनी बातों को उदारतापूर्वक धर्मसभा के समक्ष रख रहे थे। उन्होंने कहा कि परिवार को ईश्वर की दृष्टि से देखना धर्मसभा का मूलभूत आयाम है और इस दिशा में उनका विश्वास है कि धर्म सभा के आचार्य काथलिकवाद अथवा सार्वभौमिक काथलिक कलीसिया के भाव को भलिभाँति समझ रहे थे।

पुनर्विवाहित एवं तलाकशुदा दम्पत्तियों को परमप्रसाद की अनुमति देने न देने के प्रश्न पर जैरूसालेम के प्राधिधर्माध्यक्ष फोआद त्वाल ने कहा कि यह एक गम्भीर और जटिल मुद्दा है जिसका किसी भी स्तर पर सामान्यीकरण नहीं किया जा सकता इसलिये कि एक महाद्वीप में इसका उत्तर दूसरे महाद्वीप से, संस्कृति और परम्परा के आधार पर, बिलकुल अलग हो सकता है। उन्होंने कहा कि तथापि, यह नहीं समझा जाना चाहिये कि इस प्रकार की अनुमति प्रदान करना पाप है।   

ऑस्ट्रेलिया के महाधर्माध्यक्ष मार्क कोलरिज ने पुनर्विवाहितों की प्रेरिताई पर बोलते हुए कहा कि यदि दूसरे परिवार में दम्पत्ति खुश हैं तथा बच्चों की उचित परवरिश हो रही है तो, निश्चित्त रूप से, पुनर्विवाहितों की उपयुक्त प्रेरिताई पर विचार किया जाना चाहिये।








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