2015-10-15 15:40:00

सिनॉड प्रेस सम्मेलन 9 वाँ दिन, अफ्रीका की समस्या यूरोप से अलग


वाटिकन सिटी, बृहस्पतिवार, 15 अक्तूबर 2015 (वीआर सेदोक): वाटिकन में परिवार पर चल रही विश्व धर्माध्यक्षीय धर्मसभा के 9 वें दिन 14 अक्टूबर को प्रेस सम्मेलन में अफ्रीकी कार्डिनलों ने कहा कि अफ्रीका में तलाक अथवा पुनर्विवाह की अपेक्षा बहुविवाह की समस्या अधिक है।

प्रेस सम्मेलन में वाटिकन के प्रवक्ता जेस्विट फादर फेदरिको लोम्बारदी के साथ ब्रिटेन के कार्डिनल विंसेन्ट निकोलस, बुरकिनाफसो से फिलिप क्वेड्रावगो तथा कोलोम्बिया से रूबेन सालाज़ार गोमेज़ ने भाग लिया।

कार्डिनल क्वेड्रावगो ने कहा कि यूरोप में तलाक तथा पुनर्विवाह की समस्या सिनॉड की प्रमुख चिंता थी किन्तु अफ्रीका में बहुविवाह की समस्या अधिक है। उन्होंने कहा कि इंस्त्रुमेंतुम लावोरिस के लेखकों ने पश्चिम की समस्याओं के आधार पर इसकी रचना की है किन्तु अफ्रीका के प्रतिनिधियों ने अपने छोटे दलों में विचार करते समय दृढ़ता के साथ इस समस्या पर बात रखी।

बुधवार को सिनॉड के सभी सदस्यों ने फिर से बड़े सत्र में भाग लिया। उन्होंने छोटे दलों द्वारा प्रस्तुत विगत दो दिनों की रिर्पोट सुनी, उसके बाद दस्तावेज़ के तीसरे भाग पर विचार करना आरम्भ किया।

कई दलों ने रिर्पोट दी कि परिवारों को अपने मिशन एवं बुलाहट को समझाने के लिए ईश वचन का पाठ करना चाहिए जबकि अन्य दलों ने विवाह की अपरिहार्यता को अधिक सकारात्मक भाषा शैली में अभिव्यक्त करने की आवश्यकता बतलायी और कहा कि इसे बोझ नहीं किन्तु आशा एवं आनन्द से पूर्ण बतलाये जाने की ज़रूरत है। कुछ अन्य दलों ने परिवारों के लिए धर्मशिक्षा एवं प्रार्थना को उत्तम बनाने की बात कही।

दूसरी रिपोर्टों में परिवार एवं कलीसिया में महिलाओं की भूमिका तथा महिलाओं पर हिंसा, आज की युवतियोँ के विवाह बंधन में बंधने में देरी अथवा विवाह बंधन से भय खाने का कारण क्या है आदि विषयों पर चर्चा की गयी थीं।

जर्मन भाषी दल के कार्डिनल निकोलास ने रिर्पोट प्रस्तुत करते हुए कहा कि उनके दल में इस बात की सर्वसम्मति थी कि प्रेरिताई में न्याय तथा करुणा को प्रमुख स्थान दिया जाए।

एक दल ने कहा कि कलीसिया में विवाह संबंधी धर्मशिक्षा पर और नैतिकता पर अत्यधिक जोर दिया गया है किन्तु परिवार पर कोई विशेष ध्यान नहीं दिया गया।

कार्डिनल निकोलस ने कहा कि दस्तावेज़ में प्रधानता एवं सहभागिता का भाव होना चाहिए। उन्होंने कहा कि सिनॉड में प्रतिनिधियों द्वारा संत पापा को एक रिर्पोट पेश की जाएगी किन्तु इसका प्रकाशन संत पापा पर निर्भर करता है कि वे इसका प्रकाशन तत्काल करना चाहते हैं या उसमें कुछ सुधार करना चाहते हैं।

कार्डिनल सालाज़ार ने कहा कि काथलिक कलीसिया के लिए सिनॉड बहुत ही महत्वपूर्ण समय है क्योंकि हम परिवारों की आवाज को सुनने का प्रयास कर रहे हैं।

कार्डिनल निकोलस ने कहा कि कलीसिया के अनुभवों को सुनने के दौरान विश्व के विभिन्न हिस्सों के अनुभवों को सुनकर धर्माचार्य समृद्ध हुए हैं तथा उन्हें व्यापक परिप्रेक्ष्य प्राप्त हुआ है।

उन्होंने कहा कि अफ्रीका के बारे में उन्होंने सीखा कि यहाँ विवाह दो व्य्कतियों के बीच न होकर दो परिवारों के बीच का मामला है। यह समाज की एक बड़ी घटना है जिसमें स्थानीय समुदाय की पूरी सहभागिता होती है जबकि यू. के में विवाह मात्र व्यक्तिगत एवं निजी मामला है।

कार्डिनल निकोलस ने कहा कि धर्माध्यक्षों द्वारा सिनॉड की प्रक्रिया पर लिखे गये पत्र का सिनॉड पर कोई प्रभाव नहीं हैं।

वाटिकन प्रवक्ता जेस्विट फादर फेदरिको लोम्बारदी ने जानकारी दी कि ‘इंस्त्रुमेंतुम लावोरिस’ के तीसरे भाग पर विचार मंथन बृहस्पतिवार तक जारी रहेगा।








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