2015-10-14 12:18:00

कार्डिनलों के पत्र का प्रकाशन विघटनकारी, फादर लोमबारदी


वाटिकन सिटी, बुधवार, 14 अक्टूबर 2015 (सेदोक): वाटिकन में 05 से 25 अक्टूबर तक जारी विश्व धर्माध्यक्षीय धर्मसभा की आठवीं प्रेस ब्रीफिंग में मंगलवार को वाटिकन के प्रवक्ता फादर फेदरीको लोमबारदी ने कहा कि सन्त पापा फ्राँसिस को प्रेषित कार्डिनलों के पत्र का प्रकाशन विघटनकारी है।

उन्होंने कहा कि कार्डिनलों द्वारा सन्त पापा को भेजा गया पत्र एक गुप्त दस्तावेज़ था और इसपर सिनड के दूसरे दिन ही सन्त पापा ने स्पष्ट वकतव्य दे दिया था इसलिये इसका प्रकाशन ध्यान भंग करने वाला है जो पत्र लिखनेवाले कार्डिनलों का विचार बिलकुल नहीं था।

ग़ौरतलब है कि 05 अक्टूबर को धर्मसभा शुरु होने से पूर्व 13 कार्डिनलों ने सन्त पापा फ्राँसिस को एक पत्र लिखकर धर्मसभा के क्रिया-कलाप सम्बन्धी दस्तावेज़ "इन्सत्रुमेनतुम लाबोरिस" के कुछ अंशों में अस्पष्टता होने की आशंका जताई थी। वाटिकन के प्रवक्ता ने इस सन्दर्भ में कहा था कि सभी बिन्दुओं पर विचार किया जायेगा तथा सभी धर्माचार्यों की उत्कंठा को ध्यान में रखा जायेगा।   

मीडिया में कार्डिनलों द्वारा हस्ताक्षरित पत्र के बारे में अटकलबाजी के बाद मंगलवार को एक बार फिर वाटिकन प्रवक्ता फादर लोमबारदी ने कहा कि बिना सोचे समझें पत्र के बारे में अटकलें लगाना तथा पत्र का प्रकाशन करना धर्मसभा के वास्तविक मुद्दों पर से ध्यान भंग करना है।  

उन्होंने कहा कि मीडिया ने केवल एक गुप्त पत्र का ही प्रकाशन नहीं किया बल्कि कार्डिनलों के हस्ताक्षर पर भी ग़लत ख़बर प्रकाशित की क्योंकि जिन कार्डिनलों का नाम ख़बरों में लिया गया है उन्होंने इस पत्र पर हस्ताक्षर नहीं किये हैं।

इस बीच, धर्मसभा में भाग ले रहे परमधर्मपीठीय धर्मसिद्धान्त परिषद के अध्यक्ष कार्डिनल लूडविग मुलर ने इताली समाचार पत्र "कोर्रियेरे देला सेरा" से कहा कि जो लोग उक्त पत्र की प्रकाशना करना चाहते थे उनकी मंशा फूट डालना तथा तनाव उत्पन्न करना था। उन्होंने धर्मसभा के आचार्यों का आह्वान किया कि वे "व्याख्यात्मक षड़यंत्र" का शिकार न बनें।     








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