2015-09-28 15:37:00

परिवार ही सच्ची घरेलू कलीसिया है


फिलादेलफिया, सोमवार, 28 सितम्बर 2015 (वीआर सेदोक): संत पापा फ्राँसिस ने फिलादेलफिया स्थित बेनजामिन फ्राँकलिन पार्कवे में विश्व परिवार महोत्सव के समापन पर ख्रीस्तयाग का अनुष्ठान किया।

प्रवचन में उन्होंने मूसा तथा येसु के व्यवहार की समानता को प्रस्तुत किया जहाँ उन्होंने लोगों को इसलिए फटकारा क्योंकि वे ईश वचन के प्रति अत्यन्त संकुचित विचारधारा रखते थे।

उन्होंने कहा कि मूसा ने उन लोगों को फटकारा जिन्होंने उनकी बातों को अस्वीकार किया जबकि येसु अपने शिष्यों से इसलिए अप्रसन्न हुए क्योंकि उन्होंने सच्चे विश्वास का प्रदर्शन तो किया किन्तु धर्मी तथा अधर्मी दोनों पर दया करने की ईश्वर की स्वतंत्रता से आहत होने के प्रलोभन में पड़ गये। संत पापा ने कहा कि येसु के लिए वे सभी बुरे उदाहरण असहनीय हैं जो एक साथ कार्य करने की भावना को तोड़ते तथा विश्वास को नष्ट करते हैं। उन्होंने कहा कि एक साथ कार्य करने की भावना में संदेह उत्पन्न करना तथा दूसरों के प्रति बुरी भावना डालना एक खतरनाक प्रलोभन है। यह न केवल विश्वास पर रोड़ा है किन्तु अनौचित्य भी।

विश्वास एक साथ काम करने की भावना तथा एक-दूसरे की उपस्थिति का एहसास करने की खिड़की खोल देती है। इस संबंध को बनाये रखने के लिए    संत पापा ने छोटी-छोटी बातों में एक दूसरे का ख्याल रखने की सलाह दी। उन्होंने कहा, ″प्यार छोटी चीजों द्वारा व्यक्त की जा सकती है। विश्वास तब बढ़ता है जब यह प्रेम से जीया जाता है। यही कारण है कि परिवार ही सच्ची घरेलू कलीसिया है।″ येसु उन चमत्कारों को रोकने नहीं किन्तु बढ़ाने का प्रोत्साहन देते हैं। हम अपने आप से पूछे कि हम अपने परिवार एवं समाज में उसे किस प्रकार जीने का प्रयास करते हैं? यह भावना हमें बृहद मानव परिवार में उत्तर देने हेतु चुनौती दे रही है। हमारे बच्चे हमारे आदर्शों से शिक्षा प्राप्त करें। संत पापा ने विश्व परिवार महोत्सव में भाग ले रहे सभी परिवारों से कहा कि यह कितना अच्छा है जब हम सभी अपनी सीमाओं से बाहर आकर एक दूसरे की प्रशंसा कर पायेंगे एवं उस वचन से अपने विश्वास को नवीकृत करेंगे जो हमें उदार बनने का निमंत्रण देता है। संत पापा ने सुसमाचार से आहत नहीं होने हेतु हृदय की शुद्धता की कृपा के लिए ईश्वर से प्रार्थना की। 








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